नव नियुक्त चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने बुधवार को कहा कि सशस्त्र बल अपने आप को राजनीति से दूर रखते हैं और सरकार के निर्देशों के अनुरूप काम करते हैं। उनकी यह टिप्पणी उन आरोपों के बीच आयी है कि सशस्त्र बलों का राजनीतिकरण किया जा रहा है। जनरल रावत ने आज देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के तौर पर कार्यभार संभाल लिया है।
जनरल रावत ने यह भी कहा कि सीडीएस के तौर पर उनका लक्ष्य तीनों सेवाओं के बीच समन्वय और एक टीम की तरह काम करने पर केंद्रित होगा। उन्होंने कहा, ‘‘हम अपने आप को राजनीति से दूर रखते हैं। हम मौजूदा सरकार के निर्देशों के अनुसार काम करते हैं।’’
जनरल रावत ने कहा कि उनका ध्यान यह सुनिश्चित करने पर होगा कि तीनों सेनाओं को मिले संसाधनों का सर्वश्रेष्ठ और सर्वोत्तम इस्तेमाल हो। साउथ ब्लॉक पर उन्हें तीनों सेनाओं के जवानों ने सलामी दी। इससे पहले उन्होंने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक जा कर मातृभूमि की रक्षा में प्राण न्यौछावर करने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पिछले सप्ताह ही सीडीएस के पद के सृजन, भूमिका, नियमों तथा चार्टर को मंजूरी दी थी। मंत्रिमंडल ने रक्षा मंत्रालय में सैन्य मामलों के एक नए विभाग के गठन को भी मंजूरी दी थी। सीडीएस इस विभाग के प्रमुख तथा सचिव होंगे। सीडीएस के पद पर नियुक्त होने वाला अधिकारी चार स्टार के रैंक वाला जनरल होगा।
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उनका वेतन तीनों सेनाओं के प्रमुखों के समान होगा। वह सरकार को रक्षा मामलों में सलाह देने वाला बड़ा अधिकारी होगा। सीडीएस सैन्य मामलों के विभाग के प्रमुख के साथ साथ सेना प्रमुखों की स्टाफ समिति का स्थाई अध्यक्ष भी होगा। जनरल रावत मंगलवार को सेनाध्यक्ष के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं।