जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले के बारे में जानकारी देने के लिए सर्वदलीय बैठक शनिवार को होगी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए हैं। यह बैठक गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बुलाई है और सभी बड़ी राजनीतिक पार्टियों को इसके लिए आमंत्रण भेज दिया गया है।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि सभी पार्टियों को पुलवामा में हुए हमले और सरकार द्वारा अब तक उठाए गए कदमों की जानकारी दी जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई मंत्रिमंडल की सुरक्षा मामलों की समिति की बैठक में सर्वदलीय बैठक बुलाए जाने का फैसला किया गया।
इससे पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि इस घटना के बारे में सभी पार्टियों को जानकारी देने के लिए एक बैठक बुलाई गई है ताकि पूरा देश इस मुद्दे पर एक स्वर में बात कर सके। जेटली ने बताया कि गृह मंत्री राजनाथ सिंह स्थिति का जायजा लेने के लिए पुलवामा गए हैं। वहाँ सुरक्षा बलों तथा शीर्ष प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात कर वह हालाता की समीक्षा करेंगे। वहाँ से लौटने के बाद शनिवार को वह सर्वदलीय बैठक करेंगे ताकि विभिन्न दलों के नेताओं से विचार-विमर्श के बाद एकजुट होकर आगे बढ़ा जा सके।
पुलवामा की शहादत को भूलेंगे नहीं, लेंगे बदला : सीआरपीएफ
इस हमले को लेकर देश का एक रुख तथा एक आवाज सुनिश्चित करने के लिए यह बैठक महत्त्वपूर्ण मानी जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार सुबह स्वयं भी सभी राजनीतिक दलों से अपील कर चुके हैं कि वे आलोचना करें, लेकिन राजनीतिक छींटाकशी से दूर रहें और देश का ‘‘एक ही स्वर’’ दुनिया के सामने आना चाहिये।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने भी इस मामले में सरकार का पूरा साथ देने का आश्वासन दिया है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ शुक्रवार को कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यह हमला देश को तोड़ने और बाँटने की कोशिश है, लेकिन आतंकवादियों का कोई भी सपना साकार होने वाला नहीं है क्योंकि संकट की इस घड़ में कांग्रेस, पूरा विपक्ष और सारा देश सुरक्षा बलों तथा सरकार के साथ खड़ा है।