देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के स्वास्थ्य में शुक्रवार को भी कोई परिवर्तन नहीं है। आर्मी के रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल की तरफ से जारी मेडिकल बुलेटिन में बताया गया कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की स्थिति आज सुबह तक अपरिवर्तित है। वह गहन देखभाल में है और वेंटिलेटर सपोर्ट पर है। वर्तमान में उनके महत्वपूर्ण पैरामीटर स्थिर है।
पूर्व राष्ट्रपति को 10 अगस्त, 2020 को गंभीर स्थिति में 12 बजकर सात मिनट पर दिल्ली छावनी स्थित सेना के आर एंड आर अस्पताल में भर्ती कराया गया।” अस्पताल में की गई चिकित्सीय जांच में सामने आया कि उनके मस्तिष्क में एक बड़ा सा थक्का है, जिसके लिए उनकी आपातकालीन जीवनरक्षक सर्जरी (life saving surgery) की गई। सर्जरी के बाद भी उनकी हालत गंभीर बनी हुई है और पूर्व राष्ट्रपति कोमा में चले गए है।
पूर्व राष्ट्रपति के बेटे अभिजीत मुखर्जी ने बताया कि वेंटिलेटर पर जाने से 1 हफ्ता पहले उन्होंने मुझे बुलाकर गांव से कटहल लेन को कहा था। इसके बाद अभिजीत अपने पिता के गांव पश्चिम बंगाल के बीरभूम जाकर 25 किलो का एक कटहल लेकर आए थे। 60 साल के अभिजीत ने बताया कि कटहल खाने के बाद भी प्रणब मुखर्जी का शुगर लेवल नहीं बड़ा था।
प्रणब मुखर्जी मनमोहन सिंह के पहले कार्यकाल में साल 2004 से 2006 तक रक्षा मंत्री रहे। उसी वक़्त से उनका मेडिकल रिकॉर्ड आर्मी डॉक्टर मेंटेन कर रहे है, अभिजीत मुखर्जी ने बताया की इसी कारण से उन्हें आर्मी के रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।