पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी में पिछले महीने हुए हिंसक झड़प में भारत के 20 सैनिकों के शहीद होने के बाद से चीन के साथ भारत का तनाव लगातार जारी है। हालांकि सोमवार को चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी गश्त बिंदु ‘प्वाइंट-14’ से अपने तंबू और ढांचे हटाती दिखी लेकिन भारत के तरफ से अभी भी सावधानी बरती जा रही है। इसी कड़ी में सोमवार देर रात को भारत-चीन सीमा के पास लड़ाकू विमान हेलिकॉप्टर अपाचे ने अपना ऑपरेशन किया।
बता दें कि अपाचे, चिनूक, मिग-29 समेत वायुसेना के कई विमान भारत चीन सीमा के पास एक फॉरवर्ड एयरबेस पर उड़ान भरते हुए दिखे और इस दौरान उनकी नजर पूरी तरह चीन पर थी। भारतीय वायुसेना लगातार सीमा पर लगातार अभ्यास कर रही है और हर स्थिति से निपटने की तैयारी कर रही है। गौरतलब है कि भारत के तरफ से पिछले दिनों वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास अपने सभी प्रमुख केंद्रों पर फ्रंटलाइन लड़ाकू विमानों, हेलीकॉप्टरों तथा परिवहन बेड़े की तैनाती बढ़ा दी गयी है ।
भारत की सैन्य तैयारियों को वायु सेना ने किया है सीमा पर मजबूत
वायु सेना ने पिछले दिनों क्षेत्र में भारत की सैन्य तैयारियों को और मजबूत करने के लिए कई अग्रिम अड्डों तक भारी सैन्य उपकरणों और हथियार पहुंचाने के लिए सी-17 ग्लोबमास्टर 3 परिवहन विमान और सी-130 जे सुपर हरक्युलिस के बेड़े को लगाया है। वायु सेना भारत और चीन के बीच 3,500 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर विभिन्न अग्रिम क्षेत्रों में सैनिकों को पहुंचाने के लिए अपने इलयुशिन-76 बेड़े का भी इस्तेमाल कर रही है।
सूत्रों के अनुसार वायु सेना पहले ही लेह और श्रीनगर समेत कई प्रमुख वायुसैनिक केंद्रों पर अपने फ्रंटलाइन सुखोई 30 एमकेआई, जगुआर, मिराज 2000 विमान तैनात कर चुकी है। वायु सेना ने अनेक अग्रिम स्थानों तक सैनिकों को पहुंचाने के लिए अपाचे और चिनूक हेलीकॉप्टरों को भी लगाया था। लद्दाख और अन्य क्षेत्रों में वायु सेना की बढ़ती गतिविधियों के बारे में पूछे जाने पर एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘हम किसी भी हालात से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।’’