केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण मौत होने पर मरीजों के अंग निकाले जाने के संबंध में पंजाब में फैली अफवाह राज्य के मरीजों के लिए घातक साबित हो सकती है इसलिए कोरोना संक्रमितों को अफवाहों पर ध्यान ना देकर अपना उपचार कराना चाहिए।
हर्षवर्धन से आज ‘संडे संवाद’ में एक व्यक्ति ने सवाल पूछा कि पंजाब में यह अफवाह तेजी से फैल रही है कि कोरोना वायरस एक बहाना है, जिन लोगों को यह बीमारी नहीं है, कोविड-19 के सहारे उन्हें मारा जा रहा है और उनके अंग निकाल लिए जा रहे है। केंद्रीय मंत्री ने सवाल का जवाब देते हुए कहा कि इन बातों में कोई दम नहीं है और ये सिर्फ अफवाहें हैं।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण मरने वाले लोगों को कोई छू भी नहीं सकता है। कोविड के कारण मरने वालों को विशेष देखरेख में अंतिम क्रिया के लिए भेजा जाता है। अंगों के निकाले जाने का कोई सवाल ही नहीं उठता। इस तरह की अफवाहों से कोरोना से निपटने के सरकार की कोशिशों पर असर पड़ सकता है।
पोलियो और रूबैला टीकाकरण मुहिम के दौरान भी ऐसी अफवाहें फैलीं थीं। उन्होंने कहा, मुझे याद है कि पोलियो टीकाकरण दल का भी लोगों ने विरोध किया था। उनका कहना था कि इससे बुखार होता है। इसे नपुंसकता भी हो सकती है।
हर्षवर्धन ने कहा कि पंजाब के लोगों को यह ध्यान में रखना चाहिए कि इस तरह की अफवाहें घातक साबित हो सकती है। ऐसे में लोगों को पता ही नहीं चलेगा कि वे कोरोना संक्रमित हो रहे है अगर वे संक्रमित होंगे और वे इधर-उधर घूमेंगे। जब उनकी हालत खराब होगी और अस्पताल ले जाया जायेगा तब तक उनकी हालत बहुत गंभीर हो चुकी होगी और फिर हो सकता है कि स्वास्थ्यकर्मी भी उनकी मदद न कर पाए।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, मेरा सभी देशवासियों से आग्रह है कि वे अफवाहों पर ध्यान ना दें और राज्य सरकारों को चाहिए कि वे ऐसी अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कड़ाई से निपटें।