सूरत के वराछा इलाके में एक विशाल रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पाटीदार समुदाय को आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन के दौरान पुलिस के अत्याचार की याद दिलाई और व्यापारियों से वादा किया कि अगर उनकी पार्टी चुनाव जीतकर सत्ता में आती है तो वह उनकी मांगों को पूरा करने के लिये जीएसटी में बदलाव करेगी। वराछा को पटेल (पाटीदार) समुदाय का गढ़ माना जाता है और यह 2015 के पाटीदार आंदोलन के केंद्रों में से एक रहा था।
शहर में राहुल को सुनने के लिये बड़ संख्या में लोग आए थे। वहां साल 2012 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 16 में से 15 सीटों पर जीत हासिल की थी। राहुल ने कहा, यह गुजरात की सच्चाई और भाजपा की सच्चाई के बीच की लड़ई है। गुजरात की सच्चाई भाजपा की सच्चाई से अलग है। भाजपा की सच्चाई (आरक्षण आंदोलन के दौरान) पटेल समुदाय पर गोली चलाने का आदेश देने की है। अगस्त 2015 में आरक्षण की मांग को लेकर पटेल समुदाय द्वारा चलाए गए आंदोलन के हिंसक रूप लेने पर की गई पुलिसिया कार्वाई में कम से कम 14 युवक मारे गए थे।
राहुल ने कहा, गुजरात और सूरत की सच्चाई यह है कि हमारे लोग यहां से चीन से मुकाबला कर सकते हैं। लेकिन आपकी मदद करने के बजाय भाजपा कुछ उद्योगपतियों की मदद कर रही है। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने अपने भाषण की शुरूआत पटेल आरक्षण आंदोलनकारियों द्वारा लगाए जाने वाले नारे जय सरदार, जय पाटीदार और जय भवानी का नारा लगाकर की।
उन्होंने नरेंद्र मोदी नीत केंद्र की भाजपा सरकार की नोटबंदी, बेरोजगारी और इस हीरा और वस्त्र उद्योग के केंद्र शहर में व्यापार में सुगमता के मुद्दे पर आलोचना की। राहुल ने कहा, मोदीजी ने छोटे और मझोले व्यापारियों को नोटबंदी और जीएसटी लागू करके बर्बाद कर दिया है। अगर हम सथा में आए तो आप जो कहना चाहते हैं हम उसे सुनेंगे। अगर आप कहते हैं कि जीएसटी में बदलाव की आवश्यकता है तो हम इसमें बदलाव करेंगे।