विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच संबंध तेजी से बढ़ रहे हैं और खाड़ी देश भारत के विस्तारित पड़ोस का केंद्र है। जयशंकर ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) तथा इसराइल के बीच कूटनीतिक संबंध सामान्य होने का स्वागत करते हुए कहा कि इससे देश के लिए बहुत से अवसर खुले हैं क्योंकि उसके दोनों देशों के साथ बहुत अच्छे संबंध हैं।
जयशंकर ने कहा, ‘‘भारत और यूएई के संबंध तेजी से बढ़ रहे हैं। यूएई भारत के विस्तारित पड़ोस का केंद्र है। हम यूएई को अंतरराष्ट्रीय व्यापार के मार्ग पर देखते हैं। सिंगापुर पूर्व में तो पश्चिम में यूएई है।’’
भारत-यूएई द्विपक्षीय संबंधों में विशेष रुचि लेने वाले विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘ये ऐसे संबंध हैं जिसमें दोनों देशों के सर्वोच्च नेतृत्व ने सद्भाव और ऊर्जा का निवेश किया है। परिणाम स्वरूप आप पिछले पांच साल में हुआ परिवर्तन देख सकते हैं।’’
एक खबर के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2015 में संयुक्त अरब अमीरात गये थे और 34 साल में उस देश की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री थे। यह एक बड़ा निर्णायक समय था क्योंकि पिछले पांच साल बहुत प्रभावी साबित हुए हैं। जयशंकर ने 17 अगस्त को यूएई के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अली नहयान से विस्तार से वार्ता की थी जिसमें रणनीतिक संबंधों को और मजबूत करने के तरीकों तथा दोनों देशों के पड़ोस के हालात समेत अनेक विषयों पर चर्चा हुई।