अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर के निर्माण पर तिलमिलाया पाकिस्तान बेतुकी टिप्पणी कर रहा है। राम मंदिर पर पाकिस्तान की प्रतिक्रिया पर भारत ने अपना जवाब देते हुए पड़ोसी देश से ‘साम्प्रदायिक भावना भड़काने’ से बचने को कहा। विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि सीमा पार आतंकवाद में संलिप्त एक देश का यह रुख आश्चर्यजनक नहीं है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘हमने भारत के आंतरिक मामले पर इस्लामिक गणराज्य पाकिस्तान के प्रेस बयान को देखा है। उसे (पाकिस्तान) भारत के मामलों में हस्तक्षेप करने से दूर रहना चाहिए और साम्प्रदायिक भावना भड़काने से बचना चाहिए’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘यह एक ऐसे देश के संबंध में आश्चर्यजनक नहीं है जो सीमापार आतंकवाद का अनुपालन करता है और अपने ही अल्पसंख्यकों को धार्मिक अधिकारों से वंचित करता है।’’ उन्होंने कहा कि ऐसी टिप्पणी निंदनीय है। दरअसल, पाकिस्तान के विदेश कार्यालय (एफओ) ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान बाबरी मस्जिद स्थल पर मंदिर के निर्माण में जल्दबाजी यह दिखाती है कि किस प्रकार से भारत में मुसलमानों को हाशिए पर धकेला जा रहा है।
विदेश कार्यालयने कहा , भारतीय सुप्रीम कोर्ट के त्रुटिपूर्ण निर्णय ने मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया, जो न केवल न्याय पर आस्था की प्रधानता को दर्शाता है, बल्कि आज के भारत में बढ़ते बहुसंख्यवाद को भी दिखाता है जहां अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से मुसलमानों और उनके पूजा स्थलों पर हमले बढ़ रहे हैं।