भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने ऊंचाई के साथ हवाओं में आने वाले अंतर और प्लाज्मा गतिकी (डायनेमिक्स) का अध्ययन करने के लिए श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से एक परिज्ञापी रॉकेट (साउंडिंग रॉकेट) प्रक्षेपित किया है।
इसरो के बेंगलुरु स्थित मुख्यालय के मुताबिक , संगठन ने परिज्ञापी रॉकेटों की श्रृंखला विकसित की है जिसे रोहिणी श्रृंखला कहते हैं और इनमें से आरएच-200, आरएच-300 और आरएच-560 महत्वपूर्ण हैं। ये नाम इन रॉकेटों के व्यास को मिलीमीटर में इंगित करते हैं।
इसरो ने ट्वीट किया, ‘‘ आज (शुक्रवार को) श्रीहरिकोटा स्थित एसडीएससी एसएचएआर से परिज्ञापी रॉकेट (आरएच-560) को ऊंचाई के साथ हवा और प्लाज्मा गतिकी में आने वाले अंतर का अध्ययन करने के लिए प्रक्षेपित किया गया।’’
Launch of sounding rocket (RH-560) to study attitudinal variations in the neutral winds and plasma dynamics carried out today at SDSC SHAR, Sriharikota#RohiniSoundingRockets #ISRO pic.twitter.com/B0ov8w5ARH
— ISRO (@isro) March 12, 2021
परिज्ञापी राकेट एक या दो चरण वाले ठोस प्रणोदक राकेट हैं जिनका अंतरिक्ष अनुसंधान के लिए और ऊपरी वायुमंडलीय क्षेत्रों के अन्वेषण हेतु उपयोग किया जाता है। परिज्ञापी रॉकेट, प्रक्षेपण यान और उपग्रह की उप प्रणाली आदि के परीक्षण के लिए भी वहनीय मंच उपलब्ध कराते हैं।