निर्भया के दोषियों को कोर्ट द्वारा डेथ वारंट जारी कर दिया गया है जिसके तहत 3 मार्च की सुबह 6 बजे दोषियों को फांसी पड़नी है। अब एक बार फिर जेल प्रशासन फांसी से पहले होने वाली प्रक्रियाओं को पूरा करने के लिए तेजी से जुट चुका है।
तिहाड़ जेल प्रशासन ने उत्तर प्रदेश सरकार को तीसरी बार पत्र भेजा है जिसमें डेथ वारंट में तय तिथि से कम से दो दिन पूर्व जल्लाद को भेजे जाने का अनुरोध किया गया है। जेल प्रशासन के अनुसार जल्लाद का इस दौरान पूरा खर्च तिहाड़ जेल प्रशासन देगा। वहीं दूसरी ओर जेल प्रशासन के कुछ अधिकारी निर्भया के दोषियों के परिजनों को भी पत्र लिख लिखा जा रहा है।
पत्र में परिजनों को अंतिम मुलाकात की तारीख बताने को कहा गया है। जेल अधिकारियों के अनुसार फांसी को लेकर सारी तैयारियां की जा रही हैं। चारों दोषियों से परिजनों की मुलाकात एक ही दिन होगी या फिर अलग-अलग, इस बात की जानकारी अभी जेल प्रशासन ने नहीं दी है।
सूत्रों के मुताबिक जब तक अंतिम मुलाकात की तिथि तय नहीं हो जाती, तब तक दोषी परिजनों से सप्ताह में दो दिन मिल सकते हैं। नियमों के मुताबिक अंतिम मुलाकात के बाद परिजनों की दोषियों से मुलाकात पूरी तरह रोक दी जाएगी। अंतिम मुलाकात के बाद दोषियों से सिर्फ जेल अधिकारी या फिर चिकित्सक ही मिल पाएंगे।
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वहीं जानकारी के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दाखिल की गयी है जिसमें निर्भया के चारो दोषियों को मेडिकल रिसर्च के लिए शरीर और अंग दान करने का विकल्प देने की मांग की गई है। याचिका शुक्रवार को दाखिल की गयी है लेकिन अभी इस पर सुनवाई की तिथि तय नहीं है।