बेंगलरु : सत्तारूढ़ गठबंधन की अनिश्चितताएं, मंत्रिमंडल विस्तार या फेरबदल की जद्दोजहद के बीच जनता दल (एस) के विधायक दल की मंगलवार को बैठक हुई और मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा की गई।
इस बैठक में मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी, पार्टी प्रमुख एचडी देवेगौड़ा और मंगलवार को पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख पद से त्यागपत्र देने वाले एएच विश्वनाथ भी शामिल हुये।
इस बैठक में विश्वनाथ से अनुरोध किया गया कि वे अपने पद से इस्तीफा वापस ले लें पर वे टस से मस नहीं हुये। पार्टी सूत्रों ने यह जानकारी दी।
पार्टी नेतृत्व ने विधायकों को यह भी नसीहत दी कि गठबंधन सहयोगी कांग्रेस को लेकर छींटाकशी से बचा जाए ताकि सरकार पर संकट न आये। उनसे यह भी कहा गया कि वे भाजपा के ऐसे किसी लालच में न फंसे जिससे सरकार अस्थिर हो।
इस बैठक मे पार्टी के शहरी निकाय के चुनावों को लेकर चर्चा हुई और जमीनी स्तर पर पार्टी को मजबूत बनाने पर चर्चा हुई। इसमें विधायकों ने नेतृत्व को यह अधिकार प्रदान किया कि वह सांगठनिक परिवर्तनों को अमली जामा पहनाए।
सूत्रों के अनुसार जद(एस) विधायक दल के नेता कुमारस्वामी ने कैबिनेट के विस्तार या फेरबदल पर चर्चा की। मंत्रिमंडल में जद(एस) के कोटे की दो सीटें खाली हैं और इन पर विधायक नागेश और आर शंकर को मंत्री बनाया जा सकता है।
कुमारस्वामी और समन्वय समिति के प्रमुख सिद्धरमैया में इसे लेकर कई दौर की बातचीत हो चुकी है और इस पर चार जून के बाद कभी भी अमल हो सकता है।
मौजूदा सरकार में 34 मंत्री हैं और इसमें कांग्रेस के 22 और जद(एस) के 12 सदस्य हैं। अभी इसमें तीन और लोगों को मंत्री बनाया जा सकता है। इसमें जद(एस) के कोटे से दो और कांग्रेस के कोटे से एक को मंत्री बनाये जाने का प्रस्ताव हैं।