बिलासपुर : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि उनकी प्रस्तावित ‘न्याय’ योजना गरीबी पर सर्जिकल स्ट्राइक की तरह होगी और 21वीं सदी में भारत गरीबी मिटाकर रहेगा।
गांधी ने आज बिलासपुर में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए न्यूनतम आय योजना (न्याय) की तारीफ की और कहा कि यह गरीबी पर सर्जिकल स्ट्राइक है। 21वीं सदी में भारत गरीबी मिटाकर रहेगा। यह योजना हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था में पेट्रोल का काम करेगी जिससे अर्थव्यवस्था का इंजन एक झटके में स्टार्ट हो जाएगा।
राहुल गांधी ने कहा कि हमने किसानों से वादा किया था कि राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद 10 दिनों के भीतर उनका कर्ज माफ कर दिया जाएगा। जहां सरकार ने उद्योगों के लिए उनकी जमीन ली है और जिन जमीनों पर उद्योग नहीं लगे हैं वह किसानों को लौटा दी जाएगी। इस घोषणा के माध्यम से हम किसानों को संदेश देना चाहते थे कि यह राज्य आपका है और इसका फायदा आपको मिलना चाहिए।
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कांग्रेस ने जो कहा वह करके दिखा दिया, हमने 10 दिनों के भीतर किसानों का कर्ज माफ कर दिया और उनकी जमीन उन्हें वापस कर दी गई। यहां टाटा के लिए जमीन दी गई थी। उसे किसानों को वापस कर दिया गया।
गांधी ने कहा कि दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्ष 2014 में आए और उन्होंने बड़े बड़े वादे किए। उन्होंने कहा कि दो करोड़ लोगों को रोजगार देंगे, लोगों के बैंक खातों में 15 लाख रूपए आएगा। लेकिन कोई भी वादा पूरा नहीं हुआ, गरीबों का पैसा छीनकर अमीरों की जेब में डाल दिया गया। तब मैने सोचा कि क्या उनकी जेब से निकालकर यह पैसा आप की जेब में डाला जा सकता है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि इसके बाद मैने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को विश्व के बड़े अर्थशास्त्रियों से यह पूछने को कहा कि हम गरीबों के खाते में कितना पैसा डाल सकते हैं।
गांधी ने कहा कि कुछ समय बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि हम 72 हजार रूपए दे सकते हैं। जब मैने पूछा कि कितने दिनों में हम दे सकते हैं तब उन्होंने कहा कि एक साल में हम पांच करोड़ परिवारों को दे सकते हैं।
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उन्होंने कहा कि जब हम छत्तीसगढ़ में किसानों का कर्ज माफ कर रहे थे तब प्रधानमंत्री ने पूछा था कि पैसा कहां से आएगा। लेकिन हमने तीनों राज्यों में किसानों का कर्ज माफ कर दिखा दिया। मोदी ने 15 लाख रूपए देने का झूठा वादा किया था। लेकिन मै झूठ नहीं बोलता हूं। वर्ष 2019 में चुनाव जीतने के बाद पांच करोड़ सबसे गरीब परिवारों को हम 72 हजार रूपए सालाना और पांच साल में तीन लाख 60 हजार रूपए देंगे।
गांधी ने कहा कि वह यह पैसा गरीब, मजदूर, किसान और दुकानदार को देना चाहते हैं। जैसे छत्तीसगढ़ के किसानों का कर्ज माफ करके बताया गया कि यह राज्य और देश आपका है। वैसे ही गरीबों को बताना चाहते हैं कि यह देश आपका है। देश के लोगों को यह संदेश देना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि मैं महिलाओं को बताना चाहता हूं कि यह पैसा महिलाओं के खातों में जाएगा। नोटबंदी के दौरान सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं को हुई है। यह पैसा महिलाओं के अकाउंट में जाएगा तो पूरे परिवार के खाते में जाएगा। पूरे परिवार को पैसा मिलेगा।
गांधी ने आरोप लगाया कि देश में पिछले 45 वर्षों में यह सबसे ज्यादा बेरोजगारी का समय है। नोटबंदी और गब्बर सिंह टैक्स (जीएसटी) के कारण लाखों लोग बेरोजगार हुए हैं। नोटबंदी के दौरान गरीबों का पैसा निकालकर बैंक में डाला गया और बैंक से निकाल कर नीरव मोदी, अनिल अंबानी और विजय माल्या जैसे लोगों को दे दिया गया। नीरव मोदी और विजय माल्या जैसे लोग पैसे लेकर फरार हो गए। इससे बेरोजगारी और गरीबी बढ़ गयी।
छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों के लिए चुनाव आयोग ने तीन चरणों में मतदान का फैसला किया है। पहले चरण में 11 अप्रैल को बस्तर लोकसभा सीट के लिए मतदान संपन्न हो चुका है। वहीं दूसरे चरण में 18 अप्रैल को कांकेर, राजनांदगांव और महासमुंद लोकसभा सीट के लिए मतदान संपन्न हुआ। तीसरे चरण में 23 अप्रैल को रायपुर, बिलासपुर, रायगढ़, कोरबा, जांजगीर चांपा, दुर्ग और सरगुजा लोकसभा सीट के लिए मतदान होगा।
छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के बाद से यह राज्य भारतीय जनता पार्टी का गढ़ रहा है। वर्ष 2004, 2009 और वर्ष 2014 में हुए आम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 11 में से 10 सीटों पर जीत हासिल की थी। लेकिन वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में 90 में 68 सीटों पर जीत हासिल करने और सरकार बनाने के बाद से कांग्रेस उत्साहित है।