रायपुर: मंत्री की कथित अश्लील सीडी की जांच सीबीआई से कराने पर कांग्रेस के प्रभारी पीएल पुनिया ने बड़ा सवाल खड़ा किया है। पुनिया ने कहा कि सीबीआई तोते की तरह काम करता है, इसलिए पूर्व न्यायाधीश की निगरानी में जांच होनी चाहिये। पुनिया ने साफकहा कि कि सीडी की जो घटना सामने आयी है वो बेहद ही शर्मनाक है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस कभी भी इस तरह की घटना में शामिल नहीं होती, जिम्मेदार प्रतिपक्ष के नाते हमारा दायित्व है कि हम मुद्दे को उठायें, प्रेस पर हमला है, आपलोगों में से भी कोई होता, तो भी हम खड़े होते सीबीआई तोते की तरह है, न्यायालय की निगरानी में जांच होनी चाहिये। उन्होंने कहा कि भ्रष्ट आचरण में लगे हुये मंत्रिमंडल के लोग खुद ही एक-दूसरे के कारनामो का भंडाफोड़ करने में लगे है।
हमारा मकसद लोकतंत्र के चैथे स्तंभ पर हो रहे सरकारी हमले का प्रतिरोध करना है। जिस ढंग से वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा को झूठे केस में सुनियोजित तरीके से षडय़ंत्रपूर्वक फंसाकर आनन-फानन में गिरफ्तार किया गया, वह पूरी तरह न केवल गलत है बल्कि निंदनीय भी है। यह प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला है।
रायपुर प्रेस क्लब भी इसकी निंदा कर चुका है। गाजियाबाद में पत्रकार विनोद वर्मा की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली के वरिष्ठ पत्रकार रविश कुमार, पून्यप्रसुन बाजपेयी एवंदेश के कई अन्य जाने माने वरिष्ठ पत्रकारों ने वहां उपस्थित होकर गिरफ्तारी का विरोध दर्ज करायाहै। पुनिया ने कहा कि जो भी हो रहा है, बहुत जल्दबाजी में हो रहा है। कौन सी लैब से जांच कर सीडी के नकली होने का प्रमाण पत्र दे दिया गया।पुनिया ने कहा कि चाहे जितना दवाब बना लें, लेकिन पत्रकार बंधु के साथ कांग्रेस लगातार खड़ी रहेगी। पुनिया ने कहा कि जब तक सीडी गलत साबित नहीं होती, तब तक मंत्री अपने पद पर कैसे रह सकता है।