बीजेपी की कद्दावर नेता और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की आज पहली पुण्यतिथि है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई नेताओं ने उन्होंने याद करते हुए नमन किया। 67 साल की उम्र में आज के ही दिन यानी 6 अगस्त 2019 को सुषमा स्वराज ने अंतिम सांस ली थी।
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि सुषमा जी हमारे परिवार की सदस्य थीं। जब हम पहली बार नई दिल्ली आए थे तब हम सलाह और मदद के लिए उनकी ओर रुख करते थे। वह एक अद्भुत इंसान थीं, जो किसी भी अनुरोध या समाधान के लिए अपनी प्रतिक्रियाओं में तत्पर थीं।
उन्होंने कहा, सुषमा जी की बुद्धि, मानवीय स्वभाव और मुस्तैदी, किसी भी समस्या का जवाब देते समय सोशल मीडिया पर पूर्ण प्रदर्शन में थी जब वह मंत्री थीं। वह हाल के दिनों में सबसे लोकप्रिय भारतीय विदेश मंत्रियों में से एक बनी। उपराष्ट्रपति ने रक्षा बंधन के मौके पर भी सुषमा स्वराज की याद में ट्वीट किया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा कि सुषमा जी की पहली पुण्यतिथि पर उनको नमन। उनके निधन से हर किसी को दुख पहुंचा था। उन्होंने देश की सेवा की और दुनिया में भारत के लिए मजबूत आवाज़ बनीं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने सुषमा स्वराज की प्रार्थना सभा में दी गई स्पीच को भी साझा किया।
Remembering Sushma Ji on her first Punya Tithi. Her untimely and unfortunate demise left many saddened. She served India selflessly and was an articulate voice for India at the world stage.
Here is what I had spoken at a prayer meet in her memory. https://t.co/nHIXCw469P
— Narendra Modi (@narendramodi) August 6, 2020
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘आज बहन सुषमा स्वराज जी की पुण्यतिथि है। हमें छोड़कर गये उन्हें एक साल बीत गया हैं, लेकिन लगता है कि जैसे कल की ही बात है। ऐसा लग रहा है कि वे अचानक मेरे सामने आयेंगी और मुझे स्नेह से डांटेंगी कि इतना काम मत करो। तबीयत खराब हो जाएगी, जैसा वे मुझे डांटते हुए अक्सर कहा करती थीं ’
उन्होंने कहा‘ विदेश मंत्री रहते हुए दीदी ने यमन में फंसे भारतीयों के साथ विदेशी नागरिकों को भी उनके घर पहुंचाने का मानवीय कार्य किया। किसी ने टि््वटर पर भी मदद मांगी तो, दीदी ने उन्हें निराश नहीं होने दिया। आउटस्टैंडिंग पार्लियामेंटेरियन अवॉर्ड उनके ऐसे ही अनूठे कार्यों का सम्मान है।’
मुख्यमंत्री चौहान ने लिखा है ‘सात बार की सांसद और दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री रहीं दीदी सुषमा जी जब भी बोलती थीं, लगता था कि माता सरस्वती उनकी जिह्वा पर विराजमान हैं। आज भी उनके बोले शब्द कानों में गूंजते हैं। प्रधानमंत्री के अलावा केंद्रीय मंत्री वीके सिंह, रविशंकर प्रसाद, बाबुल सुप्रियो ने भी इस मौके पर सुषमा स्वराज को याद किया. इसके अलावा कई देशों के राजदूत, प्रतिनिधियों ने भी सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि दी।
गौरतलब है कि स्वास्थ्य कारणों के चलते सुषमा स्वराज ने 2019 में लोकसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था, यही कारण रहा कि वो सरकार का हिस्सा भी नहीं बनी थीं। और जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के अगले दिन यानी 6 अगस्त को होने दुनिया से अलविदा कह दिया।