बहुजन समाज पार्टी (बसपा)की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने चीन के साथ झड़प में भारतीय सैनिकों की शहादत पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकारें शहीदों के परिजनों को 3 माह के भीतर ही सभी मदद व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी जरूर दें।
2. पीएम का यह कहना कि ’वे मारते-मारते मरे हैं’, उनकी वीरता व शहादत को पूरे देश की ओर से भावभीनी श्रद्धांजलि है लेकिन यह काफी नहीं है। अब केन्द्र व राज्य सरकारों का खास दायित्व बनता है कि वे उनके परिवारों को 3 माह के भीतर ही सभी मदद व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी जरूर दे।2/2
— Mayawati (@Mayawati) June 18, 2020
मायावती ने गुरुवार को ट्वीटर के माध्यम से लिखा कि “पीएम का यह कहना कि ‘वे मारते-मारते मरे हैं’, उनकी वीरता व शहादत को पूरे देश की ओर से भावभीनी श्रद्घांजलि है, लेकिन यह काफी नहीं है। अब केन्द्र व राज्य सरकारों का खास दायित्व बनता है कि वे उनके परिवारों को 3 माह के भीतर ही सभी मदद व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी जरूर दे।”
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उन्होंने आगे लिखा कि “देश की आन, बान व शान के लिए चीनी सेना के साथ संघर्ष में अपने प्राण की आहुति देने वाले 20 वीर सैनिकों के घरों में मातम का दृश्य काफी हृदयविदारक। जवानों ने अपना कर्तव्य ऐसा निभाया है जिस पर परिवार व देश को गर्व है। उन्हें श्रद्घा-सुमन अर्पित। पूरा देश पीड़ित परिवार के साथ है।”
बता दें कि पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 सैनिक शहीद हो गए । पिछले पांच दशक से भी ज्यादा समय में सबसे बड़े सैन्य टकराव के कारण क्षेत्र में सीमा पर पहले से जारी गतिरोध और भड़क गया ।