प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित कई मंत्रियों ने आज अपना कार्यभार संभाल लिया तथा जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए बेहतर काम काज करने का संकल्प व्यक्त किया।
मंत्रिपरिषद के 57 मंत्रियों में से करीब 20 से अधिक मंत्रियों ने कार्यभार संभाला और उनमें से कई ने अपने विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर अपना काम काज भी शुरू कर दिया।
श्री मोदी ने अपने मंत्रिमंडल की पहली बैठक शुरू होने से पूर्व अपना कार्यभार संभाला और इसके बाद अपनी सरकार का पहला फैसला लेते हुए शहीदों के बच्चों की छात्रवृत्ति में वृद्धि की।
मोदी मंत्रिमंडल के जिन मंत्रियों ने कार्यभार संभाला उनमें विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमण, खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मंत्रालय राम विलास पासवान, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर बादल, रेल मंत्री पीयूष गोयल, सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़कर, मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल, अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद, प्रधान, संसदीय कार्यमंत्री एवं कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी आदि शामिल हैं।
इसके अलावा स्वतंत्र प्रभार के मंत्रियों में प्रधानमंत्री कार्यालय राज्यमंत्री जितेन्द, सिंह, बिजली एवं कौशल विकास मंत्री आर के सिंह, केंद्रीय युवा मामलों एवं खेल के मंत्री किरण रिजिजू, आयुष मंत्री श्रीपद येसो नायक, श्रम मामलों के मंत्री संतोष गंगवार, शहरी आवास मामलों के हरदीप सिंह पुरी, पर्यटन एवं संस्कृति प्रहलाद सिंह पटेल, वाणिज्य राज्य मंत्री मनसूख लाल मांडविया भी शामिल हैं।
राज्य मंत्रियों में मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री सुरेश अंगाड़ चनबसप्पा, महिला विकास राज्य मंत्री देबोश्री चौधरी, स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्वनी चौबे, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री रामेश्वर तेली, विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन शामिल हैं।
गृहमंत्री अमित शाह, कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी शनिवार को अपना कार्यभार संभालेंगी।
श्री जावेड़कर ने सूचना प्रसारण मंत्रालय का कार्यभार संभालने के बाद पत्रकारों से कहा है कि लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की आजादी महत्वपूर्ण है लेकिन यह आत्रादी जिम्मेदारी के साथ होनी चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपने पूर्ववर्ती मंत्रियों एम. वेंकैया नायडू और अरुण जेटली का स्मरण करता हूँ और उनकी विरासत को याद करता हूँ। उन्होंने हमारा मार्गदर्शन किया। शुरू में छह माह के लिए मैं भी इस मंत्रालय में मंत्री था।’’
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की आजादी महत्वपूर्ण होती है। हम इस मूल्य को मानते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि प्रेस की स्वतन्त्रता महत्वपूर्ण है लेकिन 1977 में इस आजादी को खत्म किया गया जिसके खिलाफ हमने लड़ाई लड़ और 16 माह तक हम जेल में भी रहे। श्री जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में यह लड़ाई लड़ गयी।
उन्होंने कहा कि यह आजादी जारी रही है और यह जारी रहेगी पर इस आजादी के साथ जिम्मेदारी का भी भाव होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मीडिया का काम लोगों को सूचनायें देना है और हमारा भी यही काम है। उन्होंने उम्मीद जाहिर की मीडिया और उनका मंत्रालय मिलकर काम करेंगे।
श्री गोयल ने रेल मंत्रालय का काम काज संभालने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बीते पांच साल में रेलवे में यात्री सुविधाओं और ढांचागत के क्षेत्र में ऐतिहासिक बदलाव आए हैं और अगले पांच साल में यात्री परिवहन और माल ढुलाई में और तेज गति से विकास को बढ़वा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गाड़यिं की रफ्तार, स्टेशन के पुनर्विकास, यात्रियों की सुरक्षा एवं सुविधाओं की नयी ऊंचाइयां हासिल करने का प्रयास किया जाएगा।
रेल राज्य मंत्री अंगाड़ ने कहा कि रेलवे की सभी लंबित परियोजनाओं को तेजी से पूरा किया जाएगा। दोनों नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार प्रकट किया।