केंद्र में बनी नई सरकार के पहले आमबजट पर मध्य प्रदेश के आम लोगों ने मिश्रित प्रतिक्रियाएं जाहिर की हैं। पेटोल और डीजल के दामों में वृद्धि को लोगों ने उचित नहीं माना है।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को 2019-20 के लिए लोकसभा में आम बजट पेश किया। इसे लेकर महिलाओं में खासा उत्साह है। सीतारमण ने महिलाओं को ‘नारी तू नारायण’ कहकर संबोधित किया, जिससे महिलाओं में उत्साह का संचार हुआ है।
गृहिणी नारायणी देवी का कहना है, ‘वर्तमान केंद्र सरकार जहां पहले धुंए से मुक्ति दिलाने के लिए उज्जवला योजना लेकर आई, गैस चूल्हे दिए और घरों में रोशनी के लिए सौभाग्य योजना को अमल में लाया और अब महिलाओं की और बेहतरी के लिए इस बजट में प्रावधान किए गए हैं। इससे उम्मीद की जानी चाहिए कि आने वाले समय में महिलाओं की स्थिति में सुधार आएगा और वे स्वावलंबी भी बनेंगी।’
बीटेक के छात्र रमेश चंद्र का कहना है कि ‘इस बजट में डिजिटीकरण पर जोर दिया गया है और यह वर्तमान युवाओं की सबसे बड़ी जरूरत है। सरकार युवाओं को सक्षम बनाने के प्रयास कर रही है। मगर इस बार के बजट में रोजगार पर फोकस न होने से निराशा हुई है।’
परचून की दुकान चलाने वाले महेश चंद दुबे ने बजट को छोटे व्यापारियों के लिए मददगार बताया है। उन्होंने कहा, ‘केंद्र सरकार ने छोटे व्यापारियों के लिए तीन हजार रुपये मासिक पेंशन योजना का ऐलान किया है। यह योजना छोटे व्यापारियों के लिए बड़ी मददगार होगी। इसके चलते इन कारोबारियों को नियमित रूप से तीन हजार रुपये मिलने लगेंगे, जिससे काफी मदद मिलेगी।’
एक निजी कंपनी में काम करने वाले अतुल चतुर्वेदी आयकर सीमा न बढ़ाए जाने से नाराज हैं। उन्होंने कहा, ‘आयकर की सीमा में वृद्धि की उम्मीद हर किसी को थी। आयकर की सीमा पांच लाख रुपये की जाती तो कर्मचारियों को और निजी कंपनियों में करने वालों को बड़ी मदद मिलती। मगर ऐसा नहीं हुआ, जिससे निराशा हुई है।’
वहीं ऑटो चालक नफीस खान पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि को उचित नहीं मानते। उनका कहना है, ‘पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ए जा रहे हैं।
इससे उनका कारोबार चौपट होने की कगार पर पहुंच जाएगा, क्योंकि यात्री बढ़ाकर पैसा देने को तैयार नहीं होता।’ उन्होंने कहा कि इससे महंगाई भी बढ़ेगी, जो कमर तोड़ने का काम करेगी।