म्यांमार ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल की निगरानी में हुए गुप्त अभियान के बाद एनडीएफबी (एस) के स्वयंभू गृह सचिव राजेन डिमरी समेत 22 से अधिक उग्रवादियों को शुक्रवार को भारत सौंप दिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा उग्रवादियों को एक विशेष विमान से भारत लाकर मणिपुर और असम में पुलिस बलों के हवाले कर दिया गया, जहां उन्हें वांछित घोषित किया गया था।
अधिकारियों ने कहा कि 10 उग्रवादी मणिपुर जबकि शेष असम में वांछित थे।
उन्होंने कहा कि इसे म्यांमार की सेना के साथ विचार-विमर्श करने वाले डोभाल की अगुवाई में एक ”अभूतपूर्व कूटनीतिक सफलता माना जा रहा है, जिसके परिणामस्वरूप भारत के पूर्वी पड़ोसी देश ने पहली बार इस तरह विद्रोहियों को भारत के हवाले किया है। अधिकारियों ने कहा कि इसे दोनों देशों के बीच कूटनीतिक और सैन्य संबंध में गहराई के संकेत के तौर पर भी देखा जा रहा है।