एससीएसटी एक्ट संशोधन पर पुनर्विचार जरूरी : अजीत जोगी - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

एससीएसटी एक्ट संशोधन पर पुनर्विचार जरूरी : अजीत जोगी

NULL

रायपुर : जनता काग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के संस्थापक, अध्यक्ष अजीत जोगी ने आगामी 2 अप्रेल को भारत बंद का भी समर्थन किया हैं। उन्होंने कहा कि जब से देश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी हैं तब से देश में अजा-अजजा वर्ग में उत्पीडऩ बढ़ी हैं और यह अत्याचार भाजपा से प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े लोग ही करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब आंबेडकर ने दबे कुचले वंचित वर्ग को उंचा उठाने और उन्हें न्याय दिलाने के अनेक अधिकार दिलाया।

लेकिन फिर भी उत्पीडऩ की घटनाएं नहीं रूकी। विशेषकर मोदी राज में दलित उत्पीडऩ के कई बड़ी घटनाएं सामने आई हैं जिसमें प्रमुख रूप से उना गुजरात कांड, सहारनपुर यूपी की घटना हो या फिर ओडि़सा, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ की घटनाएं हो लगातार यह उत्पीडऩ की घटनाएं रूकी नहीं बल्कि लगातार बढ़ रही हैं।

जोगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा अपने मन की बात कार्यक्रम में इस वर्ग के हितैषी और हमदर्द होने का स्वांग रचते हैं, नया भारत को अंबेडकर का भारत कहते हैं जबकि उनकी पार्टी और उनके पार्टी के विचारधारा से जुड़े संगठन इन वर्गों के साथ लगातार अन्याय और अत्याचार करते हैं, संविधान को बदलने की बात करते हैं, आरक्षण को समाप्त करने की बात करते हैं ।

इस तरह भाजपाई और उनके सहयोगी अजा-अजजा को जख्म देते हैं और मोदी उसमें मरहम लगाने का काम करते हैं। श्री मोदी के द्वारा आगामी 14 अप्रेल को बाबा साहेब अंबेडकर के जन्म दिन से ग्राम स्वराज अभियान की शुरूआत करना भी मात्र दिखावा हैं और आगामी चुनाव की तैयारी मात्र हैं।

जोगी ने माननीय उच्चतम न्यायालय के द्वारा अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम पर संशोधन पर कहा कि न्यायालय सर्वोपरि हैं परंतु इतने कड़े कानून होने के बाद जब अजा-अजजा के साथ अन्याय चरम पर हैं तो कानून में यदि ढिलाई कर दी जाए तो अत्याचार और भी बढ़ेंगे।

और इस वर्ग को न्याय, समानता, अधिकार दिलानें वाले संविधान की उद्देश्यों की पूर्ति नहीं की जा सकेगी इसलिए इस पर पुनर्विचार होना चाहिए। श्री जोगी ने देश के सभी सांसदों से अपील किया हैं कि संसद में वर्तमान सत्र में ही नया कानून बनाकर अनुजाति/जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम को और भी अधिक मजबूत किया जाए। इसके अतिरिक्त श्री जोगी ने आगामी 2 अप्रेल 2018 को भारत बंद का भी समर्थन किया हैं।

24X7 नई खबरों से अवगत रहने के लिए क्लिक करे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

eleven + 20 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।