तमिलनाडु एवं केरल में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) माड्यूल की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कोयम्बटूर के सात ठिकानों पर बुधवार को छापेमारी की।
एनआईए ने बयान में कहा कि छापेमारी के दौरान छह आरोपियों के घरों और कार्यालयों से 14 मोबाइल फोन, 29 सिम कार्ड, 10 पेन ड्राइव, तीन लैपटॉप, 6 मेमोरी कार्ड, 4 हार्ड डिस्क ड्राइव, एक इंटरनेट डोंगल और 13 सीडी के अलावा एक डैगर, एक इलेक्ट्रिक बैटन, 300 एयर-गन छर्रों सहित डिजिटल डिवाइस और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किये गये हैं। इस दौरान पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया और एसडीएमआई संगठनों के कुछ पर्चे भी जब्त किए गए हैं।
आरोपियों में मोहम्मद अजरुद्दीन, अकरम सिंधा, वाई एस हिदायतुल्लाह, अबूबकर एम, साधम हुसैन ए और इब्राहिम उर्फ शाहीन शाह शामिल हैं।
जांच एजेंसी के मुताबिक छापेमारी के दौरान बरामद किये गये दस्तावेजों के संबंध में भी आरोपियों से पूछताछ की गयी। मुख्य आरोपी मोहम्मद अजरूद्दीन माड्यूल का सरगना है तथा वह अपना फेसबुक पेज ‘खिलाफा जीएफएक्स’ के नाम से संचालित करता है और वह इसके माध्यम से आईएसआईएस की विचारधारा का प्रचार करता था।
जांच अधिकारियों ने कहा कि मोहम्मद अजरुद्दीन श्रीलंकाई आत्मघाती हमलावर त्रहरान हाशिम का फेसबुक मित्र रहा है और मॉड्यूल के अन्य सदस्यों ने भी सोशल मीडिया पर त्रहरान हाशिम के लिए जिम्मेदार सामग्री साझा की है।
अभियुक्त इब्राहिम उर्फ शाहीन शाह गिरफ्तार आरोपी रियास अबूबकर का करीबी सहयोगी रहा है जो आईएस कसारगोड मामले का प्रमुख साजिशकर्ता था और उसने आईएस की ओर से केरल में आतंकवादी हमले करने की योजना भी बनाई थी।
संघीय जांच एजेंसी ने 30 मई को छह आरोपियों अजरुद्दीन, अकरम, हिदायतुल्ला, अबूबकर, हुसैन और इब्राहिम के खिलाफ खुफिया आईएस की विचारधारा के प्रचार की सूचना के आधार पर मामला दर्ज किया था। ये लोग दक्षिण भारत में खासकर केरल और तमिलनाडु में आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के लिए आईएस में संवेदनशील युवाओं को भर्ती करने के इरादे से सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे थे।