द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) की अगुवाई में जंतर-मंतर पर “जम्मू-कश्मीर में हिरासत में लिए गए नेताओं की रिहाई” की मांग करते हुए सर्वदलीय विरोध प्रदर्शन हो रहा है। प्रदर्शन में कांग्रेस नेता कार्ति चिदंबरम ,गुलाम नबी आज़ाद, राजद नेता मनोज झा, और शेहला रशीद भी मौजूद है।
माकपा नेता सीताराम येचुरी और वृंदा करात, समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता राम गोपाल यादव भी जम्मू-कश्मीर में हिरासत में लिए गए नेताओं की रिहाई की मांग करते हुए सर्वदलीय में शामिल हुए। टीएमसी के वरिष्ठ नेता दिनेश त्रिवेदी सर्वदलीय विरोध प्रदर्शन के प्रतिनिधि बने है। विपक्षी दलों के कई नेता मंच पर मौजूद हैं और कश्मीरी नेताओं की रिहाई की मांग कर रहे हैं।
शेहला रशीद ने जम्मू-कश्मीर के हालात पर किए गए अपने ट्वीट पर बोली, मैं सबूत दूंगी जब भारतीय सेना जांच करेगी, तब मैं सबूत दूंगी। वहीं सपा नेता रामगोपाल यादव से शेहला रशीद से जुड़ा एक सवाल पूछा गया, तो उन्होंने जवाब दिया कि मैं उन्हें नहीं जानता, वो कौन हैं? रामगोपाल यादव ने आगे कहा कि वो जवाहर लाल नेहरू नहीं हैं, इसलिए मैं उनके बयान पर कोई भी जवाब नहीं दूंगा।
गौरतलब है कि हाल ही में सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के कई प्रावधान हटाने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों को बांटने का कदम उठाया। इसके मद्देनजर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए राज्य के कई इलाकों में ऐहतियातन भारी सुरक्षा बलों की तैनाती की गई और मोबाइल एवं इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती सहित कई नेताओं को हिरासत में लिया गया अथवा नजरबंद किया गया।