केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को लेकर एक बयान दिया, जिसपर लोकसभा में विपक्ष के हंगामे को देखते हुए लोकसभा की कार्यवाही को 30 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया था। बता दें, अनुराग ठाकुर ने पीएम केयर्स फंड को लेकर कहा कि विपक्ष इसी तरह से ईवीएम का विरोध किया और कई चुनाव हार गए।
उन्होंने कहा कि विपक्ष ने बाद में जन-धन, नोटबंदी और फिर ट्रिपल तलाक और जीएसटी को बुरा बताया। उन्हें हर चीज में खामी नजर आती है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि नेहरू जी ने 1948 में एक शाही आदेश की तरह प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष बनाने का आदेश दिया था लेकिन उसका पंजीकरण आज तक नहीं हो पाया है। उन्होंने पूछा, एफसीआरए की मंजूरी कैसी मिली?
अनुराग ठाकुर ने कहा, पीएम केयर्स फंड एक सार्वजनिक चैरिटेबल ट्रस्ट है जिसे भारत के लोगों के लिए बनाया गया है। आप (विपक्ष) ने गांधी परिवार पर विश्वास करते हैं। नेहरू और सोनिया गांधी पीएम के राष्ट्रीय राहत कोष के सदस्य रहे हैं। इस पर एक बहस होनी चाहिए। ठाकुर के इसी बयान पर विपक्ष ने जमकर हमला किया और लोकसभा स्पीकर ने सदस्यों को समझाने की कोशिश की तो टीएमसी और कांग्रेस ने उन पर पक्षपात करने का आरोप भी लगाया।