रायपुर: छत्तीसगढ़ में सीडी कांड से उपजे उफान के बीच कांग्रेस संगठन ने पार्टी लाईन तय कर दी है। वरिष्ठ नेताओं में इस मुद्दे पर असमंजस की स्थिति थी। यही वजह है कि प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने साफ कर दिया कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष का स्टैंड ही पार्टी लाईन होगा। पार्टी लाईन् पर सभी कार्यकर्ताओं को चलना होगा। चुनावी मिशन की तैयारियों में जुटी कांग्रेस नए सिरे से कवायदें तेज कर रही है।
जन अधिकार सभाओं को लेकर कांग्रेस ने सभी जिलों में पहुंचने का ऐलान कर दिया है। नोटबंदी की बरसी मनाने की घोषणा और आक्रामक आंदोलन के बाद अन्य जिलों में जन अधिकार सभाओं के कार्यक्रम घोषित किए जाएंगे। इधर मुख्यमंत्री के गृह जिले में कांग्रेस की जन अधिकार सभाओं में उमड़ी भीड़ के बाद गदगद कांग्रेस नेताओं ने सरकार के भ्रष्टाचार और खामियों को उजागर करने इन सभाओं के जरिए रणनीति तय करने का निर्णय लिया है। माना जा रहा है कि इस मामले में कांग्रेस सभाओं के साथ संबंधित क्षेत्रों में संगठन की टोह भी लेगी। सीधे कार्यकर्ताओं से चर्चा करने के बाद संगठनात्मक खामियों को भी दूर किया जाएगा।
चुनावी मिशन को लेकर कांग्रेस ने इस बार आक्रामक रोड मैप बनाया है। वहीं सभी नेताओं को संगठन के साथ आगे बढऩे कहा गया है। हालांकि राज्य में कैबिनेट मंत्री के कथित सीडी कांड उजागर होने के बाद से ही इस मुद्दे पर ही सियासत घूम रही है। प्रदेश प्रभारी ने पार्टी लाईन तय कर दो टूक निर्देशित कर दिया है। संगठन में एकजुटता के दावों के साथ मिशन में जुटने कहा गया है।
सत्ताधारी दल की रणनीतियों को भेदने के लिए संगठन में काडर तैयार करने भी दूसरे चरण की तैयारी हो रही है। सेक्टर कमेटियों के बाद बूथ कमेटियों पर विपक्ष का जोर होगा। बूथ प्रबंधन के साथ रणनीतिक दांवपेंच के चलते भी विपक्ष ने सरकार की घेरेबंदी पर फोकस किया है। यही वजह है कि कार्यकारिणी ने तीन राजनीतिक प्रस्ताव लाते हुए सीधे रमन सरकार को निशाने पर लेते हुए संकल्प दोहराया है।