संजय लीला भंसाली की विवादित फिल्म ‘पद्मावत’ पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। कई राज्यों के थियेटर मालिकों ने हिंसा के डर से फिल्म दिखाने से इनकार कर दिया और जिन राज्यों में फिल्म का प्रदर्शन किया भी जा रहा है. वहां, भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है।
हरियाणा के भोंडसी में फिल्म के खिलाफ बिना इजाजत के खाप महापंचायत बुलाई गई है। पुलिस ने इस पंचायत को मंजूरी नहीं दी है, बावजूद इसके लोगों ने खापों ने पंचायत बैठाने का फैसला किया है। पद्मावत फिल्म के खिलाफ सबसे उग्र विरोध हरियाणा में ही देखने को मिला है। पिछले दिनों यहां कुछ उपद्रवियों ने एक स्कूल बस को भी निशाना बनाया है, जिसकी सभी ने घोर निंदा की है।
फिल्म रिलीज के खिलाफ हरियाणा में हुई हिंसा और स्कूल बस पर हमला करने के मामले में पुलिस ने गुड़गांव में 42 लोगों को गिरफ्तार किया गया है या हिरासत में लिया गया है।करणी सेना के नेता सूरजपाल सिंह के बाद अब ठाकुर कुशलपाल सिंह को भी पुलिस ने हिरासत में लिया गया है।
पेट्रोम बम से हमला
युवक से मारपीट
गुजरात के अंकलेश्वर कस्बे में भी शनिवार को पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया। इन दोनों ने एक व्यक्ति के साथ इसलिए मारपीट की क्योंकि राजपूत होने के बावजूद वह पद्मावत फिल्म देखने जाने की बात कर रहा था। शिकायत दर्ज कराने वाले व्यक्ति वडोदरा के रहने वाले उपेन्द्र सिंह जाधव के अनुसार घटना 24 जनवरी की है, जब वह अंकलेश्वर गया था।
शिकायत के अनुसार वह एक होटल में बैठा था और वडोदरा के अपने एक मित्र से बात कर रहा था। वह उससे पद्मावत की रिलीज से पहले के हालात पर चर्चा कर रहा था और उसने उसे बताया कि गुजरात में तो फिल्म रिलीज नहीं हो रही है लिहाजा वह मुंबई जाकर फिल्म देखेगा। इसी बात पर उसी के दोस्त ने उसके साथ मारपीट की थी।
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