विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि पाकिस्तान आतंकवादी समूहों के खिलाफ अपने ‘‘दिखावटी’’ कदमों से अंतरराष्ट्रीय समुदाय की आंखों को धूल झोंकने का प्रयास कर रहा है। विदेश मंत्रालय की ओर से यह प्रतिक्रिया ऐसे समय आयी है जब पाकिस्तान ने दावा किया है कि उसने मुंबई आतंकवादी हमलों के साजिशकर्ता हाफिज सईद और उसके 12 नजदीकी सहयोगियों के खिलाफ 23 मामलों में ‘‘आतंकवाद के वित्तपोषण’’ के लिए मामला दर्ज किया है।
पाकिस्तान की ओर से यह दावा ऐसे समय किया गया है जब पाकिस्तान पर इसके लिए वैश्चिक दबाव बढ़ रहा है कि वह भारत में भीषण हमले करने वाले आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘पाकिस्तान आतंकवादी समूहों के खिलाफ कदम उठाने के नाम पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की आंखों में धूल झोंकने का प्रयास कर रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें पाकिस्तान द्वारा आतंकवादी समूहों के खिलाफ दिखावटी कदमों के झांसे में नहीं आना चाहिए।’’ विदेश मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि हमें पता है दाऊद कहां है, पाकिस्तान केवल दिखावे के लिए अपनी जमीन पर पल रहे आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात करता है, यह मात्र दिखावा है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि हमें कई बार दाऊद के पाकिस्तान के होने के बारे में जानकारी मिली है लेकिन पाकिस्तान ने इससे साफ इनकार कर दिया है। पाकिस्तान आतंकियों के पनाह देने के बाद अब वह दाऊद इब्राहिम को बचाने की कोशिशों में लगा हुआ है।
रवीश कुमार ने कहा है कि दाऊद इब्राहिम की लोकेशन किसी से छिपी नहीं है। पाकिस्तान अंतराष्ट्रीय स्तर पर क्लेम कर रहा है कि उसने आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई की है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ कड़े एक्शन लेने होंगे। भारत ने कहा कि पाकिस्तान दुनिया को दिखाने के लिए कहता कुछ और है और करता कुछ और है।
वहीं, करतारपुर कॉरिडोर मामले पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमनें कुछ तारीखों का प्रस्ताव दिया है। पाकिस्तान ने 14 जुलाई की बैठक के लिए हामी भरी है। कुछ मुद्दों पर हमारे विचार अलग हैं जिनके बारे में चर्चा की जाएगी। यह समझना जरूरी है कि यह भावनाओं का मामला है, यह सिख समुदाय की इच्छाओं की पूर्ती का मामला है।