केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि देश की राष्ट्रीय शिक्षा नीति नवोन्मेष, उद्यमशीलता और कौशल विकास पर केन्द्रित है। इससे भारत दुनिया की ज्ञान की राजधानी के तौर पर बनकर उभरेगा। उन्होंने कहा कि इस नीति के तहत छात्र जिस क्षेत्र में भी पढ़ाई करेंगे, उसमें वह अधिक सृजनशील और सक्रियता के साथ आगे बढ़ेंगे।
गोयल ने कहा कि भारतीय शिक्षा प्रणाली को ऐसा स्तर हासिल करना होगा जिसमें विकसित देशों के छात्र भी भारत में आईआईटी और आईआईएम के अलावा अन्य संस्थानों में भी अध्ययन के लिये आयें। गोयल ने यहां फिक्की द्वारा आयोजित वेबिनार को संबोधित करते हुये कहा, ‘‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत नवोन्मेष, उद्यमशीलता, कौशल विकास पर ध्यान केन्द्रित किया गया है और इसमें शिक्षा के साथ ही ज्ञान के विस्तार का आग्रह, इस तरह की सोच और इस पर जोर से नई नीति से भारत दुनिया की विद्या राजधानी बन जायेगी।’’