प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को जन औषधि दिवस समारोहों में वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए शिलांग में बने 7500वें जन औषधि केंद्र को देश को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि गरीबों और मध्यम आय वर्ग के परिवारों के लिए देशभर में पीएम जनऔषधि योजना चलाई जा रही है। यह योजना ‘सेवा और रोज़गार’ का एक माध्यम है, क्योंकि यह युवाओं को रोज़गार के अवसर भी प्रदान करती है। इस योजना के तहत, 2.5 रूपए में लड़कियों के लिए सैनिटरी पैड उपलब्ध है। देश में जनऔषधि केंद्रों पर 75 आयुष दवाएं उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया है।
प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना का उद्देश्य किफायती दरों पर गुणवत्तापूर्ण दवाइयां उपलब्ध कराना है। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दवाएं महंगी हैं, इसीलिए हमने गरीबों के लिए ‘जन औषधि’ योजना शुरू की है, जो उनके पैसे बचाता है। मैं लोगों से ‘मोदी की दुकान’ से सस्ती कीमत पर दवाइयां खरीदने का आग्रह करता हूं। उन्होंने इस दौरान जन औषधि चिकित्सक, जन औषधि ज्योति और जन औषधि सारथी सम्मान पाने वाले लोगों को बधाई दी।
पीएमओ के अनुसार प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना का मकसद लोगों को कम कीमत पर गुणवत्ता वाली दवाइयां उपलब्ध कराना है। इन केंद्रों में 40-90 फीसद तक दवाइयां सस्ती मिलती हैं। इस वित्त वर्ष में (चार मार्च, 2021) तक इस केंद्र से दवाइयां खरीदने पर लोगों को कुल 3,600 करोड़ रूपए की बचत हुई है। जनऔषधि केंद्रों के बारे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जानकारी देने के लिए 1-7 मार्च के हफ्ते को जनऔषधि सप्ताह के रूप में मनाया जा रहा है।