सरकार द्वारा टिकटॉक समेत 59 चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को चीनी सोशल मीडिया प्लेटफार्म वीबो को अलविदा कह दिया। हालांकि, इस संबंध में अभी तक प्रधानमंत्री कार्यालय से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है लेकिन कुछ भाजपा नेताओं ने इस बारे में ट्वीट कर जानकारी दी है।
भाजपा के संगठन महामंत्री बी एल संतोष ने ट्वीट कर कहा, ‘‘ सरकार द्वारा 59 चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीनी सोशल मीडिया प्लेटफार्म वीबो को छोड़ दिया है। सीमा पर एक कड़ा संदेश दिया है। अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर और व्यक्तिगत स्तर पर भी।’’
After Govt move of banning 59 Chinese Apps , PM @narendramodi exits from Chinese social media platform WEIBO also …. Strong message at the border , on economic front & at personal level too … #IndiaChinaFaceOff
— B L Santhosh (@blsanthosh) July 1, 2020
भाजपा के सोशल मीडिया विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने भी इस संदर्भ में एक ट्वीट किया और कहा कि वीबो को छोड़कर प्रधानमंत्री ने चीन को एक स्पष्ट संदेश दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने चीनी सोशल मीडिया प्लेटफार्म वीबो को अलविदा कह दिया है। संदेश साफ है। यदि लाल रेखा पार की जाएगी तो इसके परिणाम होगे। सीमा पर जो शुरू हुआ है उसमें अब कई आयाम जुड़ गए हैं। यह महज एक शुरुआत हो सकती है।’’
Prime Minister Modi quits Chinese social media platform Weibo. The message is loud and clear. If red lines are crossed, there will be consequences…
What started at the borders has now acquired multiple dimensions. And it may just be the beginning…
— Amit Malviya (@amitmalviya) July 1, 2020
भारत ने सोमवार को टिकटॉक, यूसी ब्राउजर समेत 59 चीनी ऐप को यह कहते हुए प्रतिबंधित कर दिया था कि ये देश की सुरक्षा, अखंडता और संप्रभुता के लिए नुकासनदेह हैं। यह प्रतिबंध लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत के, चीनी सैनिकों के साथ चल रहे गतिरोध के बीच लगाया गया है।
इन प्रतिबंधित ऐप की सूची में वीचैट और बिगो लाइव भी शामिल हैं। प्रतिबंध के बाद कुछ लोग सोशल मीडिया पर यह सवाल उठा रहे थे कि वीबो पर प्रधानमंत्री का ‘‘वेरिफाइड अकाउंट’’ भी है। प्रधनमंत्री मोदी ने साल 2015 में वीबो पर अपना अकाउंट खोला था।