नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल चार यूरोपीय देशों जर्मनी, स्पेन, रूस और फ्रांस की यात्रा पर रवाना होंगे। आधिकारिक जानकारी के अनुसार 29 मई को श्री मोदी जर्मनी की राजधानी बर्लिन पहुंचेंगे जहां चांसलर एंगेला मर्केल अपने सरकारी आवास मेसेबर्ग कंट्री रिट्रीट में उनका स्वागत करेंगी और दोनों नेता परस्पर हितों के मुद्दों पर विचार विमर्श करेंगे।
30 मई को चांसलर और प्रधानमंत्री चौथे भारत -जर्मनी अंतरसरकारी परामर्श’की सह अध्यक्षता करेंगे। दोनों नेता एक व्यापारिक सम्मेलन में भाग लेंगे। उसी शाम श्री मोदी जर्मनी के राष्ट्रपति फ्रेंक वाल्टर स्टींमियर से मिलेंगे। बर्लिन के बाद 30 मई की रात में श्री मोदी स्पेन पहुंचेंगे। अगले दिन उनकी राष्ट्रपति मारिआनो राजोय के साथ द्विपक्षीय बैठक होगी।
प्रधानमंत्री स्पेन के राजा फिलिप षष्ठम से भी भेंट करेंगे। वह भारत में निवेश के इच्छुक स्पेन के उद्योगपतियों के साथ बैठक भी करेंगे। श्री नरेंद्र मोदी एक और दो जून को रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में होंगे जहां वह एक जून को राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन के साथ 18वीं भारत-रूस वार्षिक शिखर बैठक में भाग लेंगे।
ऐसा पहली बार होगा जब भारत -रूस वार्षिक शिखर बैठक मास्को के बाहर हो रही है। श्री मोदी दो जून को सेंट पीटर्सबर्ग में अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मंच की बैठक में विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे। रूस ऐसा पहला देश है जिसके साथ भारत ने वर्ष 2000 में वार्षिक शिखर बैठक की परंपरा शुरू की।
इसी देश के साथ पहली बार भारत ने रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की थी। इस बार वार्षिक शिखर बैठक में द्विपक्षीय संबंधों और पिछले साल गोवा में हुई शिखर बैठक में लिये गये निर्णयों के क्रियान्वयन की समीक्षा होगी। श्री मोदी दो जून को देर शाम पेरिस पहुंचेंगे। अगले दिन उनकी नवनिर्वाचित राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रोन के साथ द्विपक्षीय बैठक होगी ।