कोरोना संकट के समय बुद्ध के संदेश पर कायम है देश, स्वार्थ के बिना दुनिया की मदद कर रहा है भारत : PM मोदी - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

कोरोना संकट के समय बुद्ध के संदेश पर कायम है देश, स्वार्थ के बिना दुनिया की मदद कर रहा है भारत : PM मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि “कोरोना संकट के इस समय में भी भारत निस्वार्थ भाव से, बिना किसी भेद के, अपने यहां भी और पूरे विश्व में कहीं भी संकट में घिरे व्यक्ति के साथ पूरी मज़बूती से खड़ा है।”

देश भर में कोरोना वायरस (कोविड-19) का कहर बरकरार है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ (IBC) के सहयोग से संस्कृति मंत्रालय और वैश्विक बौद्ध छाता संगठन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया। यह कार्यक्रम कोरोना वैश्विक महामारी से मुकाबला कर रहे पूरी दुनिया के हेल्थ वर्कर्स और दूसरे सेवा-कर्मियों के लिए समर्पित है। इस दौरान पीएम मोदी ने विश्वभर में फैले भगवान बुद्ध के अनुयायियों को बुद्ध पूर्णिमा की शुभकामनाएं दी। 
उन्होंने कहा कि “इस अवसर पर जनता के बीच आना बहुत खुशी की बात होती लेकिन अभी हालात ऐसे नहीं हैं। इसलिए दूर से ही, टेक्नोलॉजी के माध्यम से आपने मुझे अपनी बात रखने का अवसर दिया इसका मुझे संतोष है।” पीएम मोदी ने कहा कि “लुम्बिनी, बोधगया, सारनाथ और कुशीनगर के अलावा श्रीलंका के श्री अनुराधापुर स्तूप और वास्कडुवा मंदिर में हो रहे समारोहों का इस तरह एकीकरण बहुत ही सुंदर है। हर जगह हो रहे पूजा कार्यक्रमों का ऑनलाइन प्रसारण होना अपने आप में अद्भुत है।
उन्होंने कहा कि “इस समारोह को कोरोना वैश्विक महामारी से मुकाबला कर रहे पूरी दुनिया के हेल्थ वर्कर्स और दूसरे सेवा-कर्मियों के लिए प्रार्थना सप्ताह के रुप में मनाने का संकल्प लिया है। करुणा से भरी इस पहल के लिए मैं सराहना करता हूं।” पीएम ने कहा कि प्रत्येक जीवन की मुश्किल को दूर करने के संदेश और संकल्प ने भारत की सभ्यता को संस्कृति को हमेशा दिशा दिखाई है। भगवान बुद्ध ने भारत की इस संस्कृति को और समृद्ध किया है। वो अपना दीपक स्वयं बनें और अपनी जीवन यात्रा से दूसरों के जीवन को भी प्रकाशित कर दिया।”
उन्होंने कहा कि बुद्ध किसी एक परिस्थिति तक सीमित नहीं हैं, किसी एक प्रसंग तक सीमित नहीं हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि समय बदला, स्थिति बदली, समाज की व्यवस्थाएं बदलीं, लेकिन भगवान बुद्ध का संदेश हमारे जीवन में निरंतर प्रवाहमान रहा है। ये सिर्फ इसलिए संभव हो पाया है क्योंकि बुद्ध सिर्फ एक नाम नहीं है बल्कि एक पवित्र विचार भी है।
पीएम मोदी ने कहा कि ऐसे समय में जब दुनिया में उथल-पुथल है, कई बार दुःख- निराशा- हताशा का भाव बहुत ज्यादा दिखता है, तब भगवान बुद्ध की सीख और भी प्रासंगिक हो जाती है। उन्होंने कहा कि बुद्ध के बताए 4 सत्य यानि दया, करुणा, सुख-दुख के प्रति समभाव और जो जैसा है उसको उसी रूप में स्वीकारना, ये सत्य निरंतर भारत भूमि की प्रेरणा बने हुए हैं।

कोविड-19 : देश में 52 हजार 952 संक्रमित मामलों की पुष्टि, अब तक 1783 लोगों की मौत

उन्होंने कहा कि “कोरोना संकट के इस समय में भी  भारत निस्वार्थ भाव से, बिना किसी भेद के, अपने यहां भी और पूरे विश्व में कहीं भी संकट में घिरे व्यक्ति के साथ पूरी मज़बूती से खड़ा है।” उन्होंने कहा कि भारत आज प्रत्येक भारतवासी का जीवन बचाने के लिए हर संभव प्रयास तो कर ही रहा है, अपने वैश्विक दायित्वों का भी उतनी ही गंभीरता से पालन कर रहा है।”
पीएम मोदी ने कहा कि “बुद्ध भारत के बोध और भारत के आत्मबोध दोनों का प्रतीक हैं। इसी आत्मबोध के साथ भारत निरंतर पूरी मानवता के लिए पूरे विश्व के हित में काम कर रहा है और करता रहेगा।” उन्होंने कहा कि “भारत की प्रगति हमेशा विश्व की प्रगति में सहायक होगी।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि “जो दिन-रात हर समय मानवता की सेवा में जुटे रहते हैं वही बुद्ध के सच्चे अनुयायी हैं।” उन्होंने अपने सम्बोधन के अंत में कहा कि कोरोना संकट के इस मुश्किल परिस्थिति में आप अपना, अपने परिवार का, जिस भी देश में आप हैं वहां का ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि “अपनी रक्षा करें और यथा-संभव दूसरों की भी मदद करें।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

17 − fifteen =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।