केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने सभी राजनीतिक दलों से अपील करते हुए गुरुवार को कहा कि वे शिक्षण संस्थानों को अपनी राजनीति से दूर रखें। साथ ही उन्होंने कहा कि छात्र नरेन्द्र मोदी सरकार की प्राथमिकता हैं। पोखरियाल की टिप्पणी दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया और उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों के खिलाफ पुलिस बल प्रदर्शन की पृष्ठभूमि में आया है।
जामिया के पास रविवार को प्रदर्शन के दौरान पुलिस के साथ झड़प और हिंसा में छात्रों, पुलिसकर्मियों और दमकल विभाग के कर्मियों सहित करीब 60 लोग घायल हो गए। प्रदर्शनकारियों ने चार बसों को और पुलिस के दो वाहनों को आग लगा दी। रविवार को एएमयू के छात्रों ने भी अलीगढ़ में प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस और छात्रों की झड़प हो गई जिसमें 60 छात्र घायल हो गए।
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इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने पांच जनवरी तक के लिए संस्थान में अवकाश की घोषणा कर दी। विधायी संस्थाओं के पीठासीन अधिकारियों के दो दिवसीय सम्मेलन से इतर पोखरियाल ने पीटीआई..भाषा से कहा, ‘‘मैं हाथ जोड़कर सभी राजनीतिक दलों से अपील करता हूं कि वे शिक्षण संस्थानों को अपनी राजनीति से दूर रखें।’’
इस बात पर जोर देते हुए कि शिक्षण संस्थान किसी भी देश के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि वे देश का भविष्य बनाते हैं, पोखरियाल ने छात्रों को ‘‘संपत्ति’’ बताया और कहा, ‘‘वे हमारी प्राथमिकता हैं और नरेन्द्र मोदी सरकार उनके बेहतर भविष्य के लिए रात दिन काम कर रही है।’’ देश-विदेश के विभिन्न शिक्षण संस्थानों के छात्र जामिया के छात्रों के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे हैं।