रायपुर : छत्तीसगढ़ में रमन सरकार के लोक सुराज अभियान को लेकर बहस के साथ विवाद क स्थिति बन गई है। कांग्रेस ने लोक सुराज में सीएम की गतिविधियों को अचानक हुई कार्रवाई बताए जाने पर सवाल खड़े किए हैं। वहीं दूसरी ओर सीएम ने तंज कसे कि कांग्रेसी सुबह शाम डरते हैं अब रात में भी डरने लगे हैं। सुराज अभियान के बाद फिर से उन्हें पसीना आने लगा है।
इधर कांग्रेस अध्यक्ष ने पूछा कि सुराज में सीएम के अचानक किसी गांव में उतरने का दावा किया जाता है। जब वे अचानक ही किसी गांव में जाते हैं तो वहां पहले से ही प्रशासनिक अमला कैसे मौजूद रहता है। सीएम किसी के यहां खाने खाने जाते हैं तो उनके लिए अचानक चमकदार थाली कैसे आ जाती है। एक गांव के ट्यूबवेल का पानी पीने को प्रचारित किया जाता है। ऐसा है तो सीएम अचानक सुपेबेड़ा गांव क्यों नहीं जाते।
कांग्रेस ने सुपेबेड़ा में जाकर वहां का पानी पीने की चुनौती सीएम को दी। वहीं पलटवार किए कि तसवीरों से सरकार नहीं चलती। केवल गांव में जाकर वहां पहले ही फोटो खींचने वालों की मौजूदगी में प्रचार से ही सुराज स्थापित होने के दावे हो रहे हैं। इधर सीएम ने कहा कि इस बार के नतीजे तो बीते तीन चुनाव के परिणाम से भी बेहतर होंगे। उन्होंने कहा कि विरोधियों को डरने के बजाए अपनी पार्टी के लिए पसीना बहाना चाहिए।
जब खुद मजबूत हो जाएंगे तो किसी से डरने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि वे बड़े होटलों में प्रेस कांफ्रेंस कर केवल सोशल मीडिया में ही राजनीति करते हैं। इसका जनता पर असर नहीं पड़ता। हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष ने सीएम के नाम खुला पत्र लिखते हुए इन दावों पर तीखे पलटवार किए। वहीं अचानक आत्मसमर्पित नक्सलियों के बीच भोजन करने और बीते सुराज में एक गरीब के घर मिनरल वाटर की चाय पीने का हवाला देकर भी घेरेबंदी की।
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