ओडिशा के बालासोर से सांसद प्रताप चंद्र सारंगी ने राष्ट्रपति भवन में केंद्रीय राज्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। प्रताप चंद्र सारंगी को ओडिशा के मोदी के नाम से भी जाना जाता है। मंत्री पद की शपथ लेने के बाद केंद्रीय मंत्री सारंगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया और कहा कि आम आदमी और पीएम मोदी का विश्वास जीतने के लिए वह अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे।
प्रताप चंद्र सारंगी ने कहा, मैं सौभाग्यशाली हूं कि पीएम मोदी ने मुझ पर अपना भरोसा रखा है और मैं राजनीति को राष्ट्र की सेवा करने का माध्यम मानता हूं। हमारी पार्टी पहले राष्ट्र के लिए, दूसरा पार्टी के लिए और अंतिम में खुद के लिए खड़ी है। मैं मोदी जी और आम लोगों का विश्वास जीतने की पूरी कोशिश करूंगा।
प्रताप चंद्र सारंगी को मोदी कैबिनेट में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम का मंत्रालय प्रभार सौंपा गया है। इसके अलावा उन्हें एनिमल हसबैंडरी, डेयरिंग और फिशरीज मंत्रालय का भी कार्यभार सौंपा गया है। प्रताप चंद्र सारंगी को उनके सादे रहन-सहन के लिए भी जाना जाता है।
शपथ लेने के दौरान वहां मौजूद लोगों ने उनको चीयर किया। इतना ही नहीं इस दौरान बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने भी प्रताप चंद्र सारंगी के लिए तालियां बजाईं। 64 साल के प्रताप चंद्र सारंगी साधु बनना चाहा था और वह एकांत जीवन बिताना चाहते थे लेकिन उनका समाज के प्रति समर्पण और जनसेवा का भाव उनको मोदी मंत्रिमंडल में ले आया।
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केंद्रीय मंत्री प्रताप सारंगी ओडिशा के मोदी से खुद की तुलना को सर्वथा अनुचति मानते हैं। सारंगी ने कहा ,‘‘ लोग ऐसा क्यो कह रहे हैं पता नहीं। ‘ओडिशा का मोदी’ तुलना अनुचित है। जमीन आसमान का अंतर है । मैं सामान्य आदमी हूं और मोदी असाधारण व्यक्तित्व के धनी है।’’
लंबे समय से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े रहे धाराप्रवाह संस्कृत बोलने वाले सारंगी ने कहा,‘‘ मोदी इस देश को कितनी ऊंचाइयों पर ले गए हैं । भारत का गौरव चारों तरफ बढाया है। उनकी प्रतिभा और उनका सामर्थ्य अतुलनीय है । मैं उनके साथ अपनी तुलना को सर्वथा अनुचित मानता हूं।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ मुझे इतना दायित्व उन्होंने दिया है और मुझ पर भरोसा जताया है । उस भरोसे पर खरा उतरना मेरी जिम्मेदारी बनती है।’’ सारंगी कच्चे मकान में रहते हैं , साइकिल से घूमते हैं और अपनी कमाई का अधिकांश हिस्सा गरीब बच्चों पर खर्च करते हैं।
उनकी सादगी की तस्वीरें उनके चुनाव जीतने के बाद से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। उनकी लोकप्रियता का आलम अब यह है कि राष्ट्रपति भवन प्रांगण में गुरूवार को शपथ लेते समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद सबसे ज्यादा तालियां उनके लिये बजी। उन्हें नयी सरकार में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग राज्यमंत्री और पशुपालन, दुग्ध विकास और मत्स्य पालन राज्यमंत्री बनाया गया है।
शपथ ग्रहण के दौरान मिले स्नेह के अपने अनुभव को अद्भुत बताते हुए उन्होंने कहा ,‘‘ यह मेरे लिये आनंद का अनुभव था। जनता की श्रद्धा के कारण ऐसा हुआ। परमात्मा को धन्यवाद देता हूं कि मुझे इसके योग्य बनाया।’’ तीस बरस पहले रामकृष्ण मिशन में संन्यास के लिये गए सारंगी बूढी मां की सेवा के लिये लौट आये थे। उनकी मां का निधन हो चुका है और उन्होंने विवाह नहीं किया।
फकीरीपन उनके स्वभाव का हिस्सा है और उनका कहना है कि मंत्री बनने के बाद भी वह बदलेंगे नहीं। उन्होंने कहा ,‘‘मेरा स्वभाव कैसे बदल जाएगा। मैं राज्यमंत्री बनकर सादा जीवन क्यो नहीं बिता सकता। मैं वही रहूंगा जो हूं।’’ सारंगी ने कहा ,‘‘मंत्री होने के बाद मेरी जिम्मेदारी पूरे राष्ट्र के प्रति है। इस विभाग का विस्तार से अध्ययन करके मैं बता सकता हूं कि क्या मेरा दायित्व है। ओडिशा मेरी जनम माटी है और इसका भी ध्यान रखूंग।’’
सारंगी लंबे समय तक आरएसएस से जुड़े रहे हैं और इस बार के लोकसभा चुनाव में उन्होंने बालासोर संसदीय सीट से बीजद प्रत्याशी रबींद्र कुमार जेना को 12,956 मतों से हरा दिया। बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य सारंगी को ओडिशा का मोदी भी कहा जाता है। वह दो बार ओडिशा विधानसभा के लिए चुने जा चुके हैं।