नई दिल्ली: 2019 आम चुनाव से पहले शिवसेना और बीजेपी के रिश्तों में आई खटास के बीच बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से मिलने की तैयारी में हैं। यह मुलाकात बुधवार शाम छह बजे उद्धव ठाकरे के घर मातोश्री में संभव है। दोनों सहयोगियों में हाल के दिनों में काफ़ी तल्ख़ी देखी गई है। पालघर उपचुनाव में दोनों पार्टियां आमने-सामने थीं।
यह मुलाकात बीजेपी के महासंपर्क अभियान के तहत मुंबई में होगी। पिछले काफी समय से शिवसेना और बीजेपी के संबंध कुछ ठीक नहीं रहे हैं, लगातार शिवसेना के नेताओं ने बीजेपी और मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला है। ऐसे में अब अमित शाह ने अपने नाराज साथी को फिर से मनाने की कोशिश शुरू कर दी है। बीजेपी शिवसेना ने सात जून को हुए पालघर लोकसभा उपचुनाव में एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ा था। बिहार में भी एनडीए की बैठक बुलाई गई है और उपचुनावों की हार के बाद सहयोगी दलों से रिश्ते सुधारने की क़वायद है।
वहीं इससे पहले रविवार को जेडीयू के वरिष्ठ नेताओं ने एक बैठक की। इस बैठक में कई मुद्दों पर बात हुई. बैठक के बाद जेडीयू नेता पवन वर्मा ने कहा कि गठबंधन में सभी दलों का सम्मान होना चाहिए। हालांकि उन्होंने ये साफ़ किया कि अभी बीजेपी से इस मुद्दे पर कोई बात नहीं हुई है। साथ ही कहा कि बिहार में मुख्यमंत्री और नेता के रूप में एक ही चेहरा है नीतीश कुमार, जिसको नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता है. गौरतलब है कि बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं, जिसमें से 22 सीटें बीजेपी के पास हैं। 6 सीटें रामविलास पासवान की पार्टी एलजेपी और 3 सीटें उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी के पास हैं। जबकि जेडीयू के पास सिर्फ़ दो सीटें हैं।
उधर, कैराना और नूरपुर उपचुनाव में हार के बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को पहली बार बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से दिल्ली में मिले। सूत्रों के मुताबिक, इस मुलाक़ात में उपचुनाव में हार की वजहों पर चर्चा हुई। सूत्रों के मुताबिक़ अमित शाह और योगी आदित्यनाथ की मुलाक़ात में सरकार और संगठन में तालमेल की कमी के बीच यूपी कैबिनेट में बदलाव पर भी चर्चा हुई। 2019 के लिए संगठन मज़बूत करने पर ज़ोर दिया गया।
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