लोकसभा चुनाव 2019 के लिए पहले चरण का मतदान आज होगा। इस चरण में 20 राज्यों की 91 लोकसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे। आपको बता दे कि पहले चरण में 14 करोड़ से अधिक मतदाता 1279 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। साथ ही बता दे कि इसके लिए 170664 पोलिंग बूथ बनाए गए।
पहले चरण में उत्तराखंड की सभी 5 सीटों, आंध्रप्रदेश की सभी 25 सीटों, यूपी की 8 सीटों, अरुणाचल की 2, असम की 5, बिहार की 4, छत्तीसगढ़ की 1, जम्मू और कश्मीर की 2, महाराष्ट्र की 7, मणिपुर की 1, ओडिशा की 4, सिक्किम की 1, तेलंगाना की 17, त्रिपुरा की 1, पश्चिम बंगाल की 2, अंडमान और निकोबार की 1 ,मेघालय की 2, मिजोरम की 1, नागालैंड की 1, और लक्ष्यद्वीप की 1 सीट पर मतदान होगा।
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इन सभी 91 लोकसभा सीटों पर 14,21,69,537 मतदाता हैं। इनमें से 7,22,17,733 पुरुष, 6,98,55,931 महिला मतदाता और 7764 थर्ड जेंडर के मतदाता हैं। बता दे कि पोलिंग बूथों की सुरक्षा का जिम्मा अर्धसैनिक बलों पर होगा। पोलिंग बूथों के बाद राज्य पुलिस तैनात रहेगी।
आपको बता दे कि पहले चरण के मतदान के लिए आयोग ने सभी जरूरी प्रबंध किए जाने का भरोसा दिलाया है। पहले चरण के मतदान में जिन प्रमुख नेताओं की किस्मत ईवीएम में कैद हो जायेगी उनमें केन्द्रीय मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह, नितिन गडकरी, हंसराज अहीर, किरण रिजीजू, कांग्रेस की रेणुका चौधरी, एआईएमआईएम के असदउद्दीन ओवैसी शामिल हैं।
इस चरण में रालोद के अजीत सिंह का मुकाबला उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर सीट पर भाजपा के संजीव बालयान से है जबकि उनके बेटे जयंत चौधरी बागपत सीट पर केन्द्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह को चुनौती दे रहे हैं। लोजपा प्रमुख और केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान के सांसद पुत्र चिराग पासवान बिहार में जमुई सीट से उम्मीदवार हैं। आपको बता दे कि 23 मई को 2019 लोकसभा चुनाव के नतीजे आएंगे।
चुनाव आयोग के अनुसार पहले चरण के मतदान वाली 91 सीटों पर सुबह सात बजे मतदान शुरु होगा। इनमें से कुछ सीटों पर शाम चार बजे तक, कुछ पर पांच बजे तक और कुछ सीटों पर छह बजे तक मतदान होगा।
559 निर्दलीय उम्मीदवार में से 213 उम्मीदवारों पर चल रहे हैं आपराधिक मुकदमें
प्रथम चरण में 91 लोकसभा सीटों के लिए कुल 1279 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। जिसमें से 559 निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें से 213 उम्मीदवारों पर आपराधिक मुकदमें चल रहे हैं। जबकि 146 उम्मीदवार ऐसे हैं जिन पर गंभीर आपराधिक मामले चल रह हैं।
44 उद्योगपति-कारोबारी प्रत्याशियों को भी मिला टिकट
पहले चरण की 91 सीटों पर 182 प्रमुख उम्मीदवार हैं। इनमें सबसे ज्यादा 44 प्रत्याशी उद्योगपति-कारोबारी हैं। इसकी बड़ी वजह है आंध्र की 25 सीटों पर वोटिंग। अकेले आंध्र में तेदेपा ने 11 और वाईएसआरसी ने 10 ऐसे उम्मीदवारों को टिकट दिए हैं जो बड़े उद्योगपति या कारोबारी हैं। 182 प्रमुख उम्मीदवारों में 38 टिकट नेताओं के परिवार में बंटे हैं। इनमें भाजपा ने 5 और कांग्रेस ने 4 टिकट परिवारवाद के आधार पर दिए हैं।
इन 91 सीटों पर पिछले दो चुनावों की स्थिति
2009 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने इन 91 में से 7 और कांग्रेस ने 55 सीटें जीती थीं। 2014 में यह तस्वीर बदल गई। कांग्रेस 7 सीटों पर सिमट गई, जबकि भाजपा को 25 सीटों का फायदा हुआ और वह 32 के आंकड़े तक पहुंच गई। पहले चरण की इन 91 सीटों पर पिछली बार कांग्रेस से ज्यादा सफल तेदेपा (16) और टीआरएस (11) रही थी।