कांग्रेस ने न्यूनतम आय योजना (न्याय) की घोषणा के बाद से बीजेपी नेताओं में बौखलाहट होने का दावा करते हुए गुरुवार को कहा कि सरकार आने पर इस योजना को लागू किया जाएगा क्योंकि वह सत्तारूढ़ पार्टी की तरह ‘जुमलेबाजी’ नहीं करती है। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने पार्टी की दिल्ली इकाई के कार्यालय में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमारा घोषणापत्र व्यापक विचार विमर्श के बाद बना है।
इसमें सबसे प्रमुख बिंदु ‘न्याय’ है।’’ उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली के कुछ बयानों का हवाले देते हुए दावा किया, ‘‘न्याय की घोषणा के बाद प्रधानमंत्री और दूसरे बीजेपी नेताओं में बौखलाहट की दिख रही है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह जुमलेबाजी नहीं है। इसे हम पूरा करेंगे। कांग्रेस ने मनरेगा दी, खाद्य सुरक्षा दी। सबसे बड़े स्तर पर कर्जमाफी की। अब देश को न्याय देने जा रही है।’’
इस संवाददाता सम्मेलन में दिल्ली प्रदेश कमेटी की अध्यक्ष शीला दीक्षित, कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया, हारून यूसुफ और डीपीसीसी के दूसरे वरिष्ठ नेता मौजूद थे। सिंघवी ने लोकसभा चुनाव के लिए जारी कांग्रेस के घोषणापत्र में किये गए विभिन्न वादों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, ‘‘किसान बजट पर सबसे पहले बात की गयी है। हमने यह भी कहा है कि राष्ट्रीय कृषि आयोग बनेगा।
बीजेपी के पास कांग्रेस की न्याय योजना का कोई तोड़ नहीं : राजीव शुक्ला
मनरेगा में कार्य दिवस को 100 दिन को बढ़ाकर 150 दिन करेंगे।’’ उन्होंने दावा किया कि संप्रग सरकार के 10 वर्षो में कृषि में विकास दर 3.5 से चार फीसदी के बीच थी। इनके समय 1.9 फीसदी से कम है। गौरतलब है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं एवं प्रवक्ताओं ने अपने चुनावी घोषणा पत्र पर बृहस्पतिवार को देश के 22 शहरों में संवददाता सम्मेलन को संबोधित किया।