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एक बार फिर दिखा PM मोदी का प्रकृति प्रेम, मोर को दाना खिलाते हुए साझा किया Video

प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म इंस्टाग्राम पर अपनी व्यस्त दिनचर्या में से कुछ फुर्सत के पलों का वीडियो साझा किया है। वीडियो में प्रधानमंत्री मोर को दाना खिलाते नजर आ रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रकृति से प्रेम एक बार फिर सोशल मीडिया के जरिए देश के सामने आया है। प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म इंस्टाग्राम पर अपनी व्यस्त दिनचर्या में से कुछ फुर्सत के पलों का वीडियो साझा किया है। वीडियो में प्रधानमंत्री मोर को दाना खिलाते नजर आ रहे हैं। इसके साथ उन्होंने नई कविता भी पोस्ट की है। 
एक मिनट और सैंतालिस सैकंड के एक इस वीडियो में प्रधानमंत्री के 7, लोक कल्याण मार्ग स्थित उनके आवास से कार्यालय तक टहलने की कुछ झलकियां भी शामिल हैं। वीडियो में प्रधानमंत्री ज्यादातर मोर के साथ घूमते और उनको दाना खिलाते नजर आ रहे हैं। मोर कभी प्रधानमंत्री आवास के अंदर तो कभी लॉन में दिख रहा है, जहां पीएम बड़े ही सहज भाव से उसे दाना खिला रहे हैं।

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भोर भयो, बिन शोर, मन मोर, भयो विभोर, रग-रग है रंगा, नीला भूरा श्याम सुहाना, मनमोहक, मोर निराला। रंग है, पर राग नहीं, विराग का विश्वास यही, न चाह, न वाह, न आह, गूँजे घर-घर आज भी गान, जिये तो मुरली के साथ जाये तो मुरलीधर के ताज। जीवात्मा ही शिवात्मा, अंतर्मन की अनंत धारा मन मंदिर में उजियारा सारा, बिन वाद-विवाद, संवाद बिन सुर-स्वर, संदेश मोर चहकता मौन महकता।

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वीडियो के साथ प्रधानमंत्री ने साझा की एक कविता

भोर भयो, बिन शोर,
मन मोर, भयो विभोर,
रग-रग है रंगा, नीला भूरा श्याम सुहाना,
मनमोहक, मोर निराला।
रंग है, पर राग नहीं,
विराग का विश्वास यही,
न चाह, न वाह, न आह,
गूँजे घर-घर आज भी गान,
जिये तो मुरली के साथ
जाये तो मुरलीधर के ताज।
जीवात्मा ही शिवात्मा,
अंतर्मन की अनंत धारा
मन मंदिर में उजियारा सारा,
बिन वाद-विवाद, संवाद
बिन सुर-स्वर, संदेश
मोर चहकता मौन महकता।

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