प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बजट वेबिनार को संबोधित करते हुए कहा कि हमें बड़े कदम उठाने होंगे और अपनी गति और पैमाना (विनिर्माण में) बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि भारत आज जिस तरह से मानवता की नम्रता से सेवा कर रहा है, इससे पूरी दुनिया में भारत अपने आप में बहुत बड़ा ब्रांड बन गया है।
देश के साथ दुनिया के लिए भी तैयार करें सामान
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि निर्माण की बढ़ती क्षमताएं देश में रोजगार के निर्माण को बढ़ाती हैं, भारत इसी अप्रोच के साथ तेज़ी से काम करना चाहता है। इस सेक्टर में हमारी सरकार निर्माण को बढ़ावा देने के लिए एक के बाद एक सुधार कर रही है। प्रधानमंत्री ने उद्योगों से कहा कि वह देश की जरूरतों को पूरा करने के साथ साथ दुनिया के लिए भी सामान तैयार करें।
वेबिनार को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इसके लिए करीब दो लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। यह योजना दूरसंचार क्षेत्र से लेकर वाहन और औषधि क्षेत्र के साथ ही कपड़ा और खाद्य प्रसंस्करण सहित 13 क्षेत्रों के लिए शुरू की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार घरेलू स्तर पर उत्पादों के विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठा रही है। उद्योगों के अनुपालन बोझ को कम किया जा रहा है। ऐसे 6,000 के करीब अनुपालनों को कम करने के प्रयास लिए जा रहे हैं।
श्विक स्तर की गुणवत्ता और प्रतिस्पर्धा में आगे बढ़ने के लिए मिलकर करना होगा काम
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण उद्योग और कपड़ा क्षेत्र में पीएलआई योजना शुरू होने से समूचे कृषि क्षेत्र को फायदा होगा। उन्होंने उद्योगों से कहा कि वह उत्पादन में तेजी लाएं और रोजगार के अवसर बढ़ायें। उन्होंने कहा कि उत्पादन लागत कम करने, वैश्विक स्तर की गुणवत्ता और प्रतिस्पर्धा में आगे बढ़ने के लिये सभी को मिलकर काम करना होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, हमारी सरकार मानती है कि हर चीज़ में सरकार का दखल समाधान के बजाय समस्याएं ज़्यादा पैदा करता है। इसलिए हम सेल्फ रेगुलेशन पर जोर दे रहे हैं। इस वर्ष के बजट में PLI स्कीम से जुड़ी योजनाओं के लिए करीब 2 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। उत्पादन का औसतन 5% इंसेंटिव के रूप में दिया गया है। सिर्फ पीएलआई स्कीम के द्वारा ही आने वाले पांच सालों में लगभग 520 बिलियन डॉलर का उत्पादन भारत में होने का अनुमान है।
भारत अपने आप में एक बहुत बड़ा ब्रांड
भारत में आज जो विमान वैक्सीन की लाखों डोज लेकर दुनियाभर में जा रहे हैं, वो खाली नहीं आ रहे हैं। वो अपने साथ भारत के प्रति भरोसा, भारत के प्रति आत्मीयता, स्नेह, आशीर्वाद और एक भावात्मक लगाव लेकर आ रहे है। उन्होंने कहा, भारत आज जिस नम्रता और कर्त्तव्यभाव से मानवता की सेवा कर रहा है, इससे पूरी दुनिया में भारत अपने आप में एक बहुत बड़ा ब्रांड बन गया है। भारत की साख और पहचान निरंतर नई ऊंचाई पर पहुंच रही है।’’