प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था की जरूरतों को पूरा करने के लिये व्यवसायों को ऋण प्रवाह बढ़ाने पर शुक्रवार को जोर दिया। मोदी ने वित्तीय क्षेत्र से संबंधित बजट प्रस्तावों पर एक वेबिनार को संबोधित करते हुए कहा कि वित्तीय उत्पादों को फिनटेक और स्टार्टअप की जरूरतों के अनुरूप होना चाहिये। मोदी ने कहा कि भले ही सरकार निजी क्षेत्र को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है, लेकिन बैंकिंग और बीमा क्षेत्र में सरकार की उपस्थिति भी जरूरी है।
मोदी ने कहा, ‘‘जैसे-जैसे हमारी अर्थव्यवस्था बढ़ रही है, और तेजी से बढ़ रही है, ऋण प्रवाह भी उतना ही महत्वपूर्ण हो गया है। आपको देखना होगा कि ऋण नये उद्यमियों, नये क्षेत्रों तक कैसे पहुंचता है। अब आपको स्टार्टअप और फिनटेक के लिये नये और बेहतर वित्तीय उत्पादों के निर्माण पर ध्यान केंद्रित करना होगा।’’
मोदी ने आगे कहा, ‘‘सरकार वित्तीय सेवा क्षेत्र को जीवंत, सक्रिय और मजबूत बनाने के लिये कदम उठा रही है।’’ उन्होंने कहा कि सरकार सही इरादे से किये गये सभी व्यवसायिक फैसलों के साथ खड़ी होगी। देश की वित्तीय व्यवस्था चलती हुई अगर किसी एक बात पर टिकी हुई है तो वो है- विश्वास। विश्वास अपनी कमाई की सुरक्षा का। विश्वास निवेश के फलने फूलने का।विश्वास देश के विकास का।”
पीएम ने बताया , “सामान्य परिवारों की कमाई की सुरक्षा गरीब तक सरकारी लाभ की प्रभावी और लीकेज फ्री डिलीवरी, देश के विकास के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े निवेश को प्रोत्साहन, ये सभी हमारी प्राथमिकता है। हमारे Fintech Start ups आज बेहतरीन काम कर रहे हैं और इस सेक्टर में हर संभावनाओं को एक्स्प्लोर कर रहे हैं।कोरोना काल में भी जितनी Start Up Deals हुई हैं, उनमें हमारे Fintechs की हिस्सेदारी बहुत अधिक रही है।
मुद्रा योजना बताते हुए पीएम बोले आत्मनिर्भर भारत सिर्फ बड़े उद्योगों या बड़े शहरों से नहीं बनेगा। छोटे-छोटे शहरों के, गांवों के लोगों के परिश्रम से बनेगा।किसानों से, कृषि उत्पादों को बेहतर बनाने वाली इकाइयों से बनेगा। मुद्रा योजना से ही बीते सालों में करीब 15 लाख करोड़ रुपए का ऋण छोटे उद्यमियों तक पहुंचा है।इसमें भी लगभग 70% महिलाएं हैं और 50% से ज्यादा दलित, वंचित, आदिवासी और पिछड़े वर्ग के उद्यमी हैं।
पीएम ने कहा सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास इसका मंत्र फाइनेंशल सेक्टर पर स्पष्ट दिख रहा है। आज गरीब हो, किसान हो, पशुपालक हो, मछुआरे हो, छोटे दुकानदार हो सबके लिए क्रेडिट एक्सेस हो पाया है।