देश की राजधानी दिल्ली समेत संपूर्ण उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड के बीच सोमवार को 40वें दिन किसान आंदोलन जारी है। कृषि कानून के खिलाफ इस प्रदर्शन को लेकर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर हैं। इस बीच किसानों के प्रदर्शन पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर मोदी सरकार पर निशाना साधा है।
सर्दी की भीषण बारिश में
टेंट की टपकती छत के नीचे
जो बैठे हैं सिकुड़-ठिठुर कर
वो निडर किसान अपने ही हैं, ग़ैर नहीं
सरकार की क्रूरता के दृश्यों में
अब कुछ और देखने को शेष नहीं#KisanNahiToDeshNahi pic.twitter.com/DzWsLXygVf— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 4, 2021
राहुल ने ट्वीट कर कहा “सर्दी की भीषण बारिश में, टेंट की टपकती छत के नीचे, जो बैठे हैं सिकुड़-ठिठुर कर, वो निडर किसान अपने ही हैं, ग़ैर नहीं, सरकार की क्रूरता के दृश्यों में, अब कुछ और देखने को शेष नहीं। #KisanNahiToDeshNahi’”
बता दें कि राहुल गांधी ने केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन की तुलना अंग्रेजों के शासन में हुए चंपारण आंदोलन से करते हुए रविवार को कहा कि इसमें भाग ले रहा हर किसान एवं श्रमिक सत्याग्रही है, जो अपना अधिकार लेकर ही रहेगा। गांधी ने ट्वीट कर आरोप लगाया, ‘‘देश एक बार फिर चंपारण जैसी त्रासदी झेलने जा रहा है। तब अंग्रेज ‘कम्पनी बहादुर’ था, अब मोदी-मित्र ‘कम्पनी बहादुर’ हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन आंदोलन में भाग ले रहा हर एक किसान-मजदूर सत्याग्रही है जो अपना अधिकार लेकर ही रहेगा।
गौरतलब है कि किसान संगठनों के नेता आज (सोमवार) फिर केंद्र सरकार द्वारा लागू तीन कृषि कानूनों को रद्द करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसलों की खरीद की कानूनी गारंटी की मांग पर केंद्रीय मंत्रियों के साथ विज्ञान भवन में बातचीत करेंगे। वार्ता दोपहर दो बजे शुरू होगी। सरकार के साथ किसान नेताओं की यह सातवें दौर की अहम वार्ता है जिसमें किसानों को उनकी दो प्रमुख मांगों पर अंतिम निर्णय होने की उम्मीद है।