कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रक्षा बजट को लेकर सरकार पर फिर हमला करते हुए कहा है कि इसमें सिर्फ पूंजीपति मित्रों को लाभ पहुंचाने का काम हुआ है और देश की रक्षा में जुटे सैनिकों के साथ विश्वासघात किया गया है। राहुल गांधी ने कहा कि बजट पूरी तरह से सरकार के मित्र पूंजीपतियों पर केंद्रित है और इसमें सीमा पर दुश्मन से जूझ रहे सैनिकों के हित में कुछ नहीं है।
मोदी के ‘मित्र’ केंद्रित बजट का मतलब है-
विषम परिस्थितियों में चीन से जूझ रहे जवानों को सहायता नहीं।
देश की रक्षा करने वालों के साथ विश्वासघात!
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 5, 2021
राहुल ने ट्वीट कर कहा ‘‘मोदी के ‘मित्र’ केंद्रित बजट का मतलब है- विषम परिस्थितियों में चीन से जूझ रहे जवानों को सहायता नहीं। देश की रक्षा करने वालों के साथ विश्वासघात।’’
बता दें कि इससे पहले कांग्रेस नेता ने गुरुवार को केंद्र सरकार पर फिर निशाना साधा और आरोप लगाया कि इस बजट में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के साथ विश्वासघात किया गया है। उन्होंने कहा कि “प्रधानमंत्री मोदी का पूंजीपति केंद्रित बजट का मतलब यह है कि संघर्ष कर रहे एमएसएमई को कम ब्याज पर कर्ज नहीं मिलेगा और जीएसटी में राहत भी नहीं दी जाएगी।”
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि भारत में सबसे ज्यादा लोगों को रोजगार देने वाले क्षेत्र एमएसएमई के साथ विश्वासघात हुआ है । उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा सोमवार को संसद में पेश किए गए आम बजट में रक्षा क्षेत्र के लिए 4.78 लाख करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है जिसमें पेंशन के भुगतान का परिव्यय भी शामिल है। पिछले साल यह राशि 4.71 लाख करोड़ रुपये थी।