फ्रांस से खरीदा गया बहुप्रतिक्षीत अत्याधुनिक लड़ाकू विमान राफेल आज औपचारिक रूप से वायुसेना में शामिल होगा। इस आधिकारिक कार्यक्रम से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली से मुलाकात की। अंबाला रवाना होने से पहले दोनों देशों के रक्षा मंत्री के बीच यह मुलाकात हुई।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और फ्रांस की रक्षामंत्री की मौजूदगी में अंबाला एयरबेस पर पांच राफेल विमान भारतीय वायुसेना में शामिल होंगे। अंबाला एयरबेस में एक शानदार समारोह में यह विमान वायुसेना के गोल्डन एरो स्कवाड्रन का हिस्सा बनेगा।
Raksha Mantri meeting the Ministre des Armées of France, Ms @florence_parly at Palam Air Force Station before leaving for Ambala. pic.twitter.com/lmDsn4fItu
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) September 10, 2020
अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों की कमी का सामना कर रही वायुसेना के लिए इस दिन को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि क्षेत्र में शक्ति संतुलन को बदलने की ताकत रखने वाला राफेल इसी दिन उसके लड़ाकू विमानों के बेड़े की शान बनेगा।
वायुसेना के लिए तुरूप का इक्का माने जाने वाले पांच राफेल विमानों की पहली खेप गत जुलाई में ही भारत आयी थी। वायु सेना ने 59 हजार करोड़ रूपये की लागत से फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीद का सौदा किया है। चार और विमानों की अगली खेप के अक्टूबर में आने की संभावना है।
अंबाला वायुसेना स्टेशन पर राफेल विमान का औपचारिक अनावरण पारंपरिक रूप से आयोजित सर्व धर्म पूजा के साथ किया जाएगा। इस मौके पर राफेल, स्वेदशी विमान तेजस और सारंग एयरोबेटिक टीम अपनी करतबाजी दिखायेगी। बाद में, राफेल विमान को पारंपरिक तरीके से वाटर कैनन की सलामी दी जाएगी। समारोह का समापन वायुसेना के 17वें स्क्वाड्रन में राफेल विमान को विधिवत शामिल किए जाने के साथ होगा।
इस अवसर पर फ्रांसीसी प्रतिनिधिमंडल का प्रतिनिधित्व भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनिन, वायुसेना प्रमुख एरिक ऑटेलेट, फ्रांसीसी वायु सेना के उप प्रमुख और अन्य वरिष्ठ अधिकारी करेंगे। राफेल विमान बनाने वाली डसॉल्ट एविएशन के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी एरिक ट्रैपीयर और एमबीडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एरिक बेरांगर समेत फ्रांसीसी रक्षा उद्योग के कई अधिकारियों का एक बड़ प्रतिनिधिमंडल भी वहां मौजूद रहेगा। आयोजन के बाद भारतीय और फ्रांसीसी प्रतिनिधिमंडल की द्विपक्षीय बैठक होगी।