सुशांत केस में ड्रग एंगल की जांच कर रही है नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने आज रिया चक्रवर्ती को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद देर शाम करीब 8 बजे उन्हें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने रिया को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। आज रात रिया एनसीबी के लॉकअप में ही रहेगी। चूंकि महाराष्ट्र जेल मैन्युअल के मुताबकि, रात में किसी भी नए कैदी को जेल में नहीं लिया जाता है, लिहाजा रिया को आज रात एनसीबी के लॉकअप में ही रखा जाएगा और कल सुबह उन्हें 10 बजे भायखला जेल में शिफ्ट किया जाएगा। बता दें, एनसीबी ने कोर्ट से रिया चक्रवर्ती के लिए 14 दिन की न्यायिक हिरासत मांगी थी, जिसपर कोर्ट ने मोहर लगा दी है।
हालांकि, कोर्ट में न्यायिक हिरासत के खिलाफ रिया की ओर से जमानत याचिका भी दायर की गई थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया। बताया जा रहा है कि रिया के वकील सतीश मानेशिंदे कल सुबह सेशन कोर्ट में जमानत याचिका दायर करेंगे। और अगर रिया की जमानत याचिका सेशन कोर्ट से भी खारिज होती है तो उनके पास बंबई हाई कोर्ट में जाने का भी रास्ता है।
बता दें, बॉलीवुड अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने आज गिरफ्तार किया था। रिया पर ड्रग्स लेने समेत तमाम गंभीर आरोप थे, जिसके चलते एनसीबी उनसे पूछताछ कर रही थी।
गिरफ्तारी के बाद रिया का मुंबई के सायन अस्पताल में मेडिकल टेस्ट और कोरोना टेस्ट करवाया गया था। हालांकि, रिया की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई थी। बता दें, एनसीबी रिया से पिछले तीन दिन से पूछताछ कर रही थी। पहले दिन एनसीबी ने रिया से करीब 6 घंटे तक पूछताछ की, तो दूसरे दिन 8 घंटे की पूछताछ की और आज यानी तीसरे दिन एनसीबी ने रिया से 3 घंटे पूछताछ की. तीन दिन कुल 17 घंटे की पूछताछ के बाद आज एनसीबी ने रिया को गिरफ्तार किया था
वहीं, अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती के वकील ने मंगलवार को एनसीबी द्वारा उनकी गिरफ्तारी के बाद कहा कि तीन एजेंसियां अभिनेत्री के पीछे इसलिए पड़ी हैं, क्योंकि उन्होंने ऐसे शख्स से प्यार किया जो नशे का आदि था और जिसे मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं थी। नारकोटिक्स नियंत्रण ब्यूरो ने अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत से संबंधित मादक पदार्थ के एक मामले में चक्रवर्ती को गिरफ्तार कर लिया है। अभिनेत्री के वकील सतीश मानेशिंदे ने कहा, यह इंसाफ का पूरी तरह से मजाक बनाना है।
मानेशिंदे ने कहा, तीन केंद्रीय एजेंसियां एक अकेली महिला के पीछे पड़ी हैं, क्योंकि वह एक शख्स से प्यार करती थी जो नशे का आदि था और मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं से जूझ रहा था। मानेशिंदे ने दावा किया कि शहर के पांच प्रमुख मनोचिकित्सकों ने राजपूत का इलाज किया। वकील ने कहा, लेकिन उन्होंने (सुशांत ने) अवैध रूप से बताई गईं दवाइयों और मादक पदार्थ के सेवन की वजह से अपनी जिंदगी खत्म कर ली। उन्होंने कहा कि चक्रवर्ती बदतर स्थिति के लिए तैयार थीं।