मोहन भागवत विवाविद बयान देते रहते है और उन्होने एक बार फिर आरक्षण को लेकर बयान दिया है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) अध्यक्ष के बयान के बाद कांग्रेस,बसपा समेत कई दलों ने अपना विरोध जताया है। भगवत के इस बयान पर कांग्रेस ने भाजपा और आरएसएस पर हमला करते हुए उनको दलित लोगॉ के खिलाफ होने का आरोप लगाया है।
वही, भागवत के इस बयान के बाद विवाद बड़ा तो आरएसएस ने इस मसले पर एक बयान जारी कर कहा कि संघ संचालक भागवत द्वारा यह बयान दिल्ली के एक आयोजन समारोह में दिया गया है और उनके भाषण के कुछ हिस्से पर बेवजह ही वाद-विवाद बढ़ाया जा रहा है।
बता दें कि मोहन भागवत ने कार्येक्रम में कहा था कि जो आरक्षण के समर्थन में हैं और जो विरोध में हैं, उनके बीच दोस्ताना माहौल में चर्चा होनी चाहिए।
इसके बाद आरएसएस के प्रचार प्रमुख अरुण कुमार ने कहा कि संघ आरक्षण के बारे में पहले भी अपना मत सबके सामने रख चुका है, हमारा विचार है कि हम अनुसूचित जाति, जनजाति, ओबीसी और आर्थिक आधार पर पिछड़ों के आरक्षण का पूरा समर्थन करते है।