संसद तक पहुंच गई पश्चिम बंगाल सरकार और राज्यपाल जगदीप धनखड़ के बीच जारी लड़ाई, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता सौगत रॉय पर मंगलवार को तंज कसा। दरअसल, बंगाल के नेता ने पीएम से राज्यपाल जगदीप धनखड़ को हटाने का अनुरोध किया, पीएम ने जवाब दिया कि अगर रॉय सेवानिवृत्त होते हैं तो वह इस कदम पर विचार करेंगे। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा बजट पेश करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विरोधी दलों के बेंच की तरफ जाकर विरोधी दलों के सांसदों और नेताओं से हाथ मिलाया और बातचीत की।
PM ने पूछा- “आप कब सेवानिवृत्त होंगे?”
जिन नेताओं से पीएम नरेंद्र मोदी ने बातचीत की उनमें शामिल हैं- कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता सुदीप बंद्योपाध्याय, सौगत रॉय, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम के ए राजा सहित अन्य। दिलचस्प बात यह है कि जब पीएम विरोधी दलों के नेताओं से मिलने आए, तो टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने उन्हें बताया कि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ‘बहुत अशांति पैदा कर रहे हैं’। जवाब में पीएम ने मजाकिया लहजे में रॉय से पूछा कि “आप कब सेवानिवृत्त होंगे?”
सौगत रॉय ने माना PM ने मजाक में कही थी बात
एक मीडिया चैनल से बात करते हुए सौगत रॉय ने कहा कि “मुझे नहीं पता कि क्या वह वास्तव में चाहते थे कि मैं सेवानिवृत्त हो जाऊं और फिर वह इस पर गौर करेंगे, या चाहते हैं कि मैं सेवानिवृत्त हो जाऊं ताकि वह मुझे राज्यपाल बना सकें।” रॉय ने स्वीकार किया कि यह सब मजाक में किया गया था, लेकिन उन्होंने कहा कि उन्होंने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को हटाने के लिए केंद्र पर फिर से दबाव डाला।
ममता ने ट्विटर पर जगदीप धनखड़ को किया ‘ब्लॉक’
भाजपा और टीएमसी ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के दौरान कड़ा मुकाबला किया और कृषि कानूनों, नागरिकता संशोधन अधिनियम और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) सहित विभिन्न मुद्दों पर आमने-सामने हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को धनखड़ को उनके ‘अनैतिक और असंवैधानिक’ बयानों के लिए माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर ब्लॉक कर दिया था।
बनर्जी ने कहा,”मैंने अपने ट्विटर अकाउंट से गवर्नर को ब्लॉक कर दिया है। मेरे पास कोई विकल्प नहीं था। मुझे इसके लिए खेद है। (मैंने उन्हें ब्लॉक किया) क्योंकि मैं हर दिन उनके (गवर्नर के) ट्वीट से परेशां थी। उनके ट्वीट्स में वह एक तरह से अमानवीय चीजे बोलते थे। वह हर दिन ट्वीट करेंगे, अधिकारियों को गाली देंगे और मुझ पर आरोप लगाएंगे। वह इन चीजों को अपमानजनक, अनैतिक और असंवैधानिक तरीके से बोलते हैं।”