उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू समेत कई नेताओं ने स्वामी अग्निवेश के निधन पर दुख प्रकट किया है।
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश के निधन पर दुख जताया। उन्होंने बंधुआ मजदूरी को खत्म करने के लिए उनके द्वारा किए गए प्रयासों को याद किया।
लंबे समय से लीवर सिरोसिस से पीड़ित सामाजिक कार्यकर्ता का शुक्रवार को दिल्ली के एक अस्पताल में कई अंगों के निष्क्रिय होने के कारण निधन हो गया। वह 80 वर्ष के थे।
उपराष्ट्रपति सचिवालय ने नायडू के हवाले से कहा, ‘‘सामाजिक कार्यकर्ता और आर्य समाज के नेता स्वामी अग्निवेश के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ। उन्होंने बंधुआ मजदूरी के खिलाफ अथक प्रयास किया। उनकी आत्मा को शांति मिले।’’
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश के निधन पर दुख प्रकट करते हुए शुक्रवार को कहा कि उनका जाना आर्य समाज सहित पूरे देश के लिए अपूरणीय क्षति है।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘बंधुआ मुक्ति मोर्चा के संस्थापक और आर्य समाज के क्रांतिकारी नेता स्वामी अग्निवेश जी का आज निधन हो गया। स्वामी जी का निधन आर्य समाज सहित पूरे देश के लिए अपूरणीय क्षति है। मेरी विनम्र श्रद्धांजलि।’’
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रसिद्ध आर्य समाज नेता, राजनीतिक एवं सामाजिक चिंतक स्वामी अग्निवेश के निधन पर गहरी शोक संवेदना प्रकट की है।
मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि स्वामी अग्निवेश सामाजिक मुद्दों पर खुलकर अपनी बातें रखते थे।
उन्होंने कन्या भ्रूण हत्या एवं महिलाओं की मुक्ति जैसे कई समाज सुधार आन्दोलन चलाये। उनके निधन से देश ने एक राजनीतिक एवं सामाजिक चिंतक खो दिया है।
मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शान्ति तथा उनके परिजनों एवं प्रशंसकों को दुख की इस घडी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को आर्य समाज नेता स्वामी अग्निवेश और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरी सिंह के निधन पर संवेदना व्यक्त की है।
गहलोत ने ट्वीट किया, ‘‘आर्य समाज नेता और सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश के निधन पर मेरी संवेदना। मानवाधिकारों को बनाए रखने और बंधुआ मजदूरी के खिलाफ उनका काम हमेशा याद रखा जाएगा। ईश्वर उनके समर्थकों को यह दुख सहने की शक्ति दे। उनकी आत्मा को शांति मिले।’’
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी भाकपा (माले) की उत्तर प्रदेश इकाई ने दिल्ली के एक अस्पताल में स्वामी अग्निवेश के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है।
राज्य सचिव सुधाकर यादव ने कहा कि अग्निवेश सामाजिक गुलामी व कट्टरता के खिलाफ आजीवन योद्धा रहे। उन्होंने आखिरी सांस तक घृणा अपराधों के खिलाफ लड़ई जारी रखी। उनकी हिम्मत, दृढ़ता और लड़ई की भावना देश को सांप्रदायिक फासीवाद के खिलाफ संघर्ष के लिए प्रेरित करती रहेगी। स्वामी अग्निवेश की संघर्षशील विरासत को सलाम।
गौरतलब है कि लंबे समय से लिवर सिरोसिस से पीड़ित चल रहे सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश का दिल्ली के एक अस्पताल में कई अंगों के निष्क्रिय हो जाने के बाद शुक्रवार को निधन हो गया। डॉक्टरों ने यह जानकारी दी। वह 80 वर्ष के थे।