मंगलवार 1 दिसंबर को शाहीन बाग के प्रदर्शन का चेहरा रहीं बिलकिस दादी को हिरासत में ले लिया गया। दरअसल, केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों को समर्थन देने के लिए बिलकिस दादी प्रदर्शन में शामिल होने सिंघु बॉर्डर पहुंची थी। गिरफ्तारी से पहले, बिलकिस दादी ने कहा था कि सरकार को किसानों की मांगों को सुनना चाहिए।
उन्होंने कहा, “हम किसानों की बेटियां हैं। हम विरोध में किसानों का समर्थन करेंगे। हम अपनी आवाज उठाएंगे, सरकार को हमारी बात सुननी चाहिए।" बता दें कि बिलकिस दादी इस साल की शुरुआत में शाहीन बाग में सीएए के विरोध प्रदर्शन का चेहरा बनीं और पीएम मोदी के साथ टाइम मैगजीन की 100 मोस्ट इन्फ्लुएंशियल पीपल ऑफ द ईयर की सूची में भी शामिल हुईं।
नए कृषि कानूनों को लेकर राष्ट्रीय राजधानी में चल रहे विरोध के बीच केंद्र सरकार के साथ चर्चा के लिए कई किसान नेता मंगलवार 1 दिसंबर को दिल्ली के विज्ञान भवन पहुंचे। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बातचीत में कहा कि सरकार जो प्रस्ताव देगी वह प्रदर्शनकारी किसानों की सटीक मांगों पर निर्भर करेगा। बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल शामिल हैं।