राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने सोमवार को कहा कि जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्रों पर ‘‘सोच-समझकर कायराना हमला’’ किया गया। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक मूल्यों को दबाने के लिए हिंसा का इस्तेमाल कारगर साबित नहीं होगा। पवार की टिप्पणी ऐसे वक्त आई है जब उनकी पार्टी के मंत्री जितेन्द्र अवहाद ‘गेट वे ऑफ इंडिया’ पर हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों का साथ देने पहुंचे।
पवार ने ट्वीट किया, ‘‘जेएनयू के छात्रों और प्रोफेसरों पर सोच-समझकर कायराना हमला किया गया। मैं हिंसा और तोड़-फोड़ की इस अलोकतांत्रिक घटना की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। लोकतांत्रिक मूल्यों और विचारों को दबाने के लिए हिंसा का उपयोग कारगर साबित नहीं होगा।’’
JNU students and professors were subjected to a cowardly but planned attack. I strongly condemn this undemocratic act of vandalism and violence. Use of violent means to suppress democratic values and thought will never succeed.
— Sharad Pawar (@PawarSpeaks) January 5, 2020
जेएनयू परिसर में रविवार रात उस वक्त हिंसा भड़क गई थी, जब लाठियों से लैस कुछ नकाबपोश लोगों ने छात्रों तथा शिक्षकों पर हमला कर दिया था और परिसर में संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था, जिसके बाद प्रशासन ने पुलिस को बुलाया। इस हमले में जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष सहित कम से कम 28 लोग घायल हुए हैं।