जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी कुछ दिन पहले जम्मू-कश्मीर का दौरा किया था। जिसके बाद उन्होंने कल यानी सोमवार को अपने कश्मीर दौरे की रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंपी है। वह अपने पार्टी के साथी मोहम्मद यूसुफ तारिगामी से मिलने के लिए राज्य के दौरे पर गए थे।
बता दें कि प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई और न्यायमूर्ति एस.ए. बोबडे और न्यायमूर्ति एस. अब्दुल नजीर की पीठ ने 28 अगस्त को येचुरी को इजाजत दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि येचुरी वहां जाकर तारिगामी से मुलाकात कर सकते हैं। हालांकि न्यायालय ने तारिगामी से मुलाकात करने के अलावा किसी अन्य गतिविधि में शामिल नहीं होने कि अनुमति नहीं दी थी।
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येचुरी ने तारिगामी के हिरासत को चुनौती देते हुए बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की थी। याचिका में यह भी कहा गया था कि तारिगामी स्वाथ्स्य ठीक नहीं है और वह (येचुरी) उनसे मिलना चाहते हैं। बता दें कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती की तरह तारिगामी को नजरबंद कर दिया गया है।