संसद के उच्च सदन राज्यसभा में बृहस्पतिवार को पर्यटन मंत्रालय के कामकाज पर हो रही चर्चा के दौरान अपनी बात रख रहीं समाजवादी पार्टी (सपा) सदस्य जया बच्चन अचानक नाराज हो गई। दरअसल, जब सांसद जया को राज्यसभा में आसन की ओर से उन्हें बोलने के लिए दिया गया समय पूरा होने की ओर ध्यान दिलाया गया तो अप्रसन्नता जताते हुए उन्होंने अपनी बात पूरी करने से ही इंकार कर दिया और अपनी सीट पर बैठ गईं।
पर्यटन मंत्रालय के कामकाज पर हो रही चर्चा में हिस्सा ले रहीं सपा सदस्य जया बच्चन ने कहा ‘‘जो कुछ हमारी पूर्व पीढ़ी कर गई हैं, उनका हम फायदा उठा रहे हैं। मैं जानना चाहती हूं कि हमने आखिर क्या बनाया है ?’’ उन्होंने कहा कि पर्यटन को आगे बढ़ने के लिए सरकार से गहरे समर्थन और सहयोग की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तानियों को पर्यटन का खूब शौक होता है और हमारे पास कई तरह के पर्यटन हैं। लेकिन कुछ बातों पर ध्यान देना जरूरी है।’’
जया ने कहा ‘‘कभी लोग विदेश से कश्मीर को देखने के लिए आते थे। फिर हालात ऐसे हुए कि लोग अपनी जान के खतरे और सुरक्षा संबंधी कारणों से वहां आने से बचने लगे। इस धारणा को बदलना होगा।’’ उन्होंने कहा ‘‘दूसरे देशों में इतने प्राकृतिक धरोहर स्थल नहीं हैं जितने भारत में हैं। लेकिन इनका प्रबंधन कैसा है? ’’ जया ने कहा कि घरेलू पर्यटक तो कुछ नहीं कहेंगे लेकिन विदेशी पर्यटकों के लिए बेहतरीन अवसंरचना बेहद जरूरी है।
इसी दौरान पीठासीन अध्यक्ष सस्मित पात्रा ने जया से कहा कि उन्हें दिया गया चार मिनट का समय खत्म हो गया है। उन्होंने हालांकि कहा कि सदस्य एक मिनट और बोल सकती हैं। इस पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा जया ने अपनी बात पूरी करने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि ‘‘कम समय’’की वजह से ही वह पिछले सत्र में भी अपनी बात नहीं रख पाई थीं। तब पात्रा ने कहा कि चर्चा के लिए पार्टियों को दिया जाने वाला समय कार्य मंत्रणा समिति तय करती है।